राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के पुत्र शौर्य डोभाल को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा (Z Category Security) प्रदान की गई है। शौर्य डोभाल के संभावित खतरों को देखते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। शौर्य डोभाल के अलावा पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी के 10 उम्मीदवारों को भी केंद्र सरकार ने सीमित अवधि के लिए सुरक्षा प्रदान की है।
केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तैयार सुरक्षा आकलन रिपोर्ट के बाद शौर्य डोभाल को यह सुरक्षा प्रदान की गई है। इसके तहत अब शौर्य डोभाल को केंद्रीय अर्धसैनिक बल के ‘मोबाइल सुरक्षा कवर’ के तहत लाया गया है। इस आधिकारिक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि NSA अजीत डोभाल और उनके बेटे शौर्य डोभाल को विरोधियों से खतरे हैं।
यह रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शौर्य डोभाल (43) को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा देने का आदेश दिया। ‘जेड’ श्रेणी सुरक्षा के तहत शौर्य की सुरक्षा में CISF के कमांडो तैनात होंगे ये कमांडो AK – 47 जैसे हथियारों से लैस होंगे। शौर्य की सुरक्षा में कमांडोज की संख्या 15-16 होगी। आपको बता दें कि शौर्य डोभाल थिंक-टैंक ‘इंडिया फाउंडेशन’ के प्रमुख हैं।
आपको बता दें कि NSA अजीत डोभाल को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल द्वारा ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। यह सुरक्षा उन्हें लगभग पिछले साढ़े चार सालों से दी गई है। इसी तरह से पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे बीजेपी के लगभग 10 उम्मीदवारों को भी वीआईपी सुरक्षा ‘सीमित अवधि’ के लिए दी गई है। यादवपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार अनुपम हाजरा और और बैरकपुर से चुनाव लड़ रहे अर्जुन सिंह को केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक कमांडो की ‘वाई’ सुरक्षा दी गई है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री और दुर्गापुर से उम्मीदवार एस एस अहलूवालिया, कूच बिहार से उम्मीदवार निशित प्रमाणिक, पूर्व आईपीएस अधिकारी और घटाल सीट से उम्मीदवार भारती घोष को भी ‘वाई प्लस’ सुरक्षा प्रदान की गई है। इसके तहत 5-6 सशस्त्र कमांडो सुरक्षा में तैनात होते हैं। भाजपा नेता सिद्धार्थ शेखर दास को भी सुरक्षा प्रदान की गई है।
उत्तरी 24 परगना सीट से भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, जबकि न्यूनतम ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दुलाल चंद्र बार और खगेन मुर्मू को दी गई है। पश्चिम बंगाल में सुरक्षा पाने वाले सभी राजनीतिक लोगों को सशस्त्र कमांडो चुनाव खत्म होने रहेंगे और चुनाव खत्म होने के बाद जून तक उन सबकी सुरक्षा वापस ले ली जाएगी यह निर्देश गृहमंत्रालय से जारी किए गए हैं।
शौर्य डोभाल थिंक-टैंक ‘इंडिया फाउंडेशन’ के प्रमुख हैं। अजीत डोभाल को करीब चार साल पहले इस सुरक्षा कवर के तहत लाया गया था।