श्रीनगर, जम्मू
रिलीज के दो हफ्ते से ज्यादा बीतने के बाद भी विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) को लेकर विवाद जारी है। जम्मू-कश्मीर के मौलाना ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी स्थित जामिया मस्जिद में जनता को संबोधित करते हुए मौलाना फारुख ने कहा कि फिल्म में मुसलमानों के दर्द और उनकी तकलीफों कों नजरअंदाज किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये फिल्म मुसलमानों के खिलाफ लोगों में नफरत भरने और मुसलमानों को कमजोर करने के इरादे से बनाई गई है।
800 सालों तक मुसलमानों ने किया राज
मौलाना फारुख ने कहा कि हम द कश्मीर फाइल्स बनाने वालों की निंदा करते हैं। क्या उन्हें हमारा दर्द नहीं दिखता? फिल्म में सिर्फ कश्मीरी पंडितों पर पूरा फोकस क्यों रखा गया? मस्जिद में भड़काऊ भाषण देते हुए मौलाना फारुख ने कहा- हमने इस देश पर 800 सालों तक राज किया। हिंदू सिर्फ 70 सालों से देश चला रहे हैं। आप हमें हमारी पहचान से अलग नहीं कर सकते।
पंडितों के जाने के बाद से हजारों मुसलमानों की हत्या हुई
मौलाना ने आगे कहा- घाटी में हजारों मुसलमानों की हत्या हुई लेकिन फिल्म में उसे नहीं दिखाया गया। 32 सालों बाद उन्हें कश्मीरी पंडितों का खून नजर आ रहा है। लेकिन इन 32 सालों में कितने मुसलमानों का कत्ल हुआ। कितने औरतें विधवा हुईं, कितने घर बर्बाद हो गए, क्या उन्हें मुसलमानों का खून नजर नहीं आता? मौलाना ने फिल्म को मुसलमानों के खिलाफ साजिश करार देते हुए कहा कि फिल्म के जरिए मुसलमानों के प्रति नफरत की दीवार खड़ी करने की कोशिश की जा रही है।
मौलाना ने आगे कहा कि जो लोग हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़ाकर राजनीति करना चाहते हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए। कश्मीरी पंडितों के पलायन को केंद्र में रखकर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर जमकर राजनीति भी हो रही है। बीजेपी शासित कई राज्यों ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है।