इलाहाबाद, यूपी
करीब एक साल से देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद शुक्रवार इलाहाबाद ज़िला कोर्ट में पेशी पर आए थे। अतीक अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब ये बगावत आर-पार की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि जेल से छूटने के बाद ही अलग पार्टी बनाऊंगा। दरअसल इलाहाबाद के शियाट्स कॉलेज में मारपीट के आरोप में फंसने के बाद अखिलेश यादव ने कानपुर से उनका टिकट काट दिया था और यह खुन्नस आज भी बरकरार है।
अतीक अहमद ने कहा कि वे ज़मानत मिलते ही नई पार्टी बनाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि पार्टी का नाम क्या होगा? तो उन्होंने कहा कि नाम मकसद नहीं होता है। मुस्लिम वोट की ठेकेदारी कोई न करे, हम मुस्लिम वोट की खुद ठेकेदारी करेंगे। हालांकि सपा-बसपा गठबंधन पर बिफरे अतीक अहमद ने बीजेपी को झूठी पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि ‘हमारी लड़ाई त्रिकोणीय है, ब्राह्मण समाज भी हमारे साथ खड़ा है। मुस्लिम मुझे वोट कर रहा है’।
सपा की तरफ से वोट कटवा और बीजेपी के डमी उम्मीदवार के आरोप पर अतीक अहमद गुस्सा हो जाते हैं। वो कहते हैं कि, ‘वोट कटवा कहलाने के डर से क्या सपा के पीछे चलते रहें। मैं कभी डरा नहीं हूं।” अतीक अहमद के इस बयान के बाद इस बात पर भी पूर्ण विराम लग गया जिसमें उनके करीब यह कह रहे थे कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को वे सबक सिखाना चाहते हैं।’
2004 में सपा के टिकट पर फूलपुर सीट से अतीक अहमद लोक सभा के लिए चुने गए थे। अतीक अहमद 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक रहे हैं। अतीक अहमद का आरोप है कि जिस समाजवादी पार्टी को मुलायम सिंह यादव ने बनाया था, वह बात अब अखिलेश के नेतृत्व में नहीं रही।