मुंबई, महाराष्ट्र
बीजेपी के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया है। सिन्हा ने कहा कि यह पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी वाली बीजेरी नहीं है। देश बदल रहा है और सत्ताधारी बीजेपी भी बदल रही है। उन्होंने कहा कि अब तो मेरे जैसे लोग भी पार्टी नेताओं से नहीं मिल पाते हैं।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि 13 महीने पहले हमने पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने का वक्त मांगा था लेकिन, आज तक समय नहीं मिला। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने मंगलवार को मुंबई के जहांगीर आर्ट गैलरी में उद्योगपति और वन्यजीव फोटोग्राफर कमल मोरारका की फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीजेपी नेतृत्व के बदल जाने से बहुत सारे पुराने कार्यकर्ता दुखी हैं क्योंकि अब वे अपने नेताओं से ही नहीं मिल पाते।
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि मैंने सात बार देश का बजट पेश किया है, अपने अनुभव के आधार पर कह रहा हूं कि टैक्स सिस्टम के साथ छेड़छाड़ भारी पड़ रही है। अब वक्त निकल गया है। केंद्र सरकार के पास केवल एक बजट पेश करने का मौका है। एक तरफ जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था तेज़ी पर है, वहीं दूसरी ओर हमारी अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार के द्वारा जो आंकड़े पेश किए जा रहे हैं, वह अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर नहीं पेश करते। नोटबंदी और फिर जीएसटी से असंगठित क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इन क्षेत्रों के आंकडे़ हमारे पास उपलब्ध नहीं है। यही वजह है कि अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। वास्तविकता यही है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब है।