लखनऊ, यूपी
मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को सत्र में भाग लेने विधान सभा पहुंचे। अपनी कद काठी और पहनावे के लिए मशहूर मुख्तार अंसारी को देखते ही मनुवादी मीडिया का पारा चढ़ गया। अपनी घटिया सोच के लिए मशहुर मनुवादी मीडिया ने सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से मुख्तार अंसारी पर हमला बोल दिया।
मालूम हो कि मुख्तार अंसारी पर कई केस चल रहे हैं। कुछ केस में वह बरी भी हो चुके हैं। अभी वह जेल में हैं और विधान सभा के सत्र में भाग लेने हमेशा जेल से विधान सभा भवन आते हैं। इस बार उन्होंने खास तरह के सूट पहन रखे थे। यहीं देख कर मनुवादी मीडिया कराह उठा।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुख्तार अंसारी ही जेल से सत्र में भाग लेने विधान सभा आते रहे हैं। कई ऐसी विधायक हैं जो जेल में हैं या जेल में रहकर चुनाव जीते हैं। अभी हाल ही में जेल में रहते हुए ब्रजेश सिंह वाराणसी से एमएलसी का चुनाव जीते थे और शपथ लेने विधान सभा भवन आए थे। ब्रजेश सिंह ने भी शानदार कपड़े पहन रखे थे लेकिन तब मनुवादी मीडिया की आंखें बंद थी।
मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय हो चुका है। इससे पहले जब पहली बार विलय हुआ था तो एक चैनल के मनुवादी मानसिकता के हेड ने खूब हंगामा मचाया था और उन्ही की वजह से विलय रद्द हुआ था। ये बातें तब कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफज़ाल अंसारी ने प्रेस कांफ्रेंस में सबके सामने कहीं थी।
एक बार फिर मनुवादी मीडिया की तरफ से लोकतंत्र के मंदिर के नाम पर मुख्तार अंसारी पर हमला बोला गया है, लेकिन सवाल ये है कि मनुवादियों को दूसरे क्रिमनल रिकार्ड वाले विधायसक नज़र नहीं आते। साफ ज़ाहिर है कि ये मीडिया का हिस्सा नहीं बल्कि किसी की दुकान चलाने जैसा है।