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22 Nov 2024, Fri

डेरेक चाउविन: पूरे अमेरिका में हो रहे दंगे और प्रदर्शन का ज़िम्मेदार!

DEREK CHAUVIN POLICE OFFICER IN AMERICA 1 010620

वाशिंगटन, अमेरिका

डेरेक चाउविन… अमेरिका में एक ऐसे पुलिस अधिकारी का नाम है जिसकी वजह से अमेरिका को इतना बडा नुकसान कर दिया जितना दुनिया भर के आतंकवादी संगठन मिलकर अमेरिका का नुकसान नहीं कर पाए। पिलस अधिकारी डेरेक चाउविन के कारण आज अमेरिका जल रहा है। देश भर में दंगे हो रहे हैं। 25 से ज़्यादा शहरों में कर्फ्यू लगा है। यहीं नही डेरेक की पत्नी ने कोर्ट में तलाक की अर्जी डाल दी है।

कोरोना का बाद प्रदर्शन
अमेरिका में कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी से एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस महमारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को काफी चोट पहुंची है। लगभग 40 मिलियन लोग बेरोगार हो गए हैं। इसी बीच देश एक अन्य संकट में फंस गया। मिनियापोलिस शहर में पिछले दिनों पुलिस हिरासत में एक अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लायड की मौत हो गई। इसके बाद वहां हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला है। वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है।

क्या है मामला
पुलिस हिरासत में 41 वर्षीय अश्वेत व्यक्ति की मौत के बाद इस घटना को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर आ गए। प्रदर्शनकारियों द्वारा मिनियापोलिस पुलिस स्टेशन को आग के हवाले कर दिया गया। कोलोराडो में, स्टेटहाउस के पास गोलीबारी हुई। लुइसविले में एक विरोध प्रदर्शन में, सात लोगों को गोली मार दी गई। दोषी श्वेत अधिकारी डेरेक चाउविन को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पर हत्या का आरोप लगाया गया है। साथ ही  घटनास्थल पर मौजूद तीन अन्य अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया। दोषी पाए जाने पर चाउविन को 12 साल से अधिक जेल की सजा हो सकती है।

कई शहरों में भारी उबाल
दरअसल पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन ने एक मामले में अश्वेत जार्ज फ्लायड को गिरफ्तार किया। उसके बाद डेरेक ने अपने धुटने से उसका घला काफी देर तक दबाए रखा जिसके बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उसके बाद हिंसक प्रदर्शन शुरु हो गया जो अमेरिका के सभी शहरों में तेजी से बढ़ रहा है। इसे रोकना मुश्किल प्रतित हो रहा है, क्योंकि प्रदर्शनकारी एक विशेष उपाय नहीं बल्कि अमेरिका की संपूर्ण आपराधिक न्याय प्रणाली में बदलाव की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शन में हर वर्ग के लोग शामिल
मीनियापोलिस शहर से शुरु हुआ ये प्रदर्शन देश के एक दर्जन राज्यों में हो रहा है। इसमें हर वर्ग के लोग शामिल बताए जा रहे हैं। दूसरी तरफ मिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल रही हैं। कई जगह प्रदर्शन को दौरान पुलिस ने प्रदर्शकारियों से माफी भी मांगी है और जार्ज की हत्या पर अफसोस जताया है।

मीडिया ऑफिस पर हमला
प्रदर्शनकारियों ने सीएनएन के अटलांटा स्थित मुख्यालय पर पक्षपाती रिपोर्टिंग का इल्ज़ाम लगाते हुए हमला कर दिया। प्रदर्शकारी ऑफिस के अंदर घुस गए और वहां काफी तोडफोड़ की गई। वहां मौजूद पुलिस ने बल प्रयोग करके प्रदर्शकारियों को हटाया।

क्या कहते है एक्सपर्ट
एक राजनीतिक कार्यकर्ता और शिकागो में इलिनोइस विश्वविद्यालय की एक इतिहासकार बारबरा रैंस्बी ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप ने लंबे समय से चली आ रही नस्लीय असमानताओं को नया रूप दिया। फिर, पुलिस की हिंसा की छवियों ने इसे और विकृत बना दिया। लोग हर तरह की चीजों के बारे में सोच रहे हैं।

ओबामा ने कहा- नस्लीय भेदभाव किया जाना दुखद
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बयान में कहा, “महामारी और आर्थिक संकट से जूझते वक्त सामान्य जीवन लौटने की इच्छा लाजमी है। लेकिन हमें यह याद रखना होगा कि लाखों अमेरिकियों के साथ नस्लीय भेदभाव किया जाना दुखद है।