हनुमान चालीसा और मस्जिदों में लाउडस्पीकर विवाद के बीच महाराष्ट्र में औरंगजेब की एंट्री हो चुकी है। दरअसल ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी गुरुवार को औरंगाबाद शहर के खुल्दाबाद में मुगल सम्राट औरंगजेब के मकबरे पर गए थे। जिसको लेकर भाजपा महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर निशाना साध रही है।
भाजपा ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को औरंगजेब के मकबरे पर जाने को लेकर अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ राजद्रोह लगाने की चुनौती दी। बता दें कि ओवैसी गुरुवार को एक जनसभा में शामिल होने के लिए औरंगाबाद के शहर में थे।
भाजपा विधायक राम कदम ने कहा, “आज, हम उद्धव ठाकरे सरकार को ओवैसी के खिलाफ देशद्रोह के आरोपों के तहत कार्रवाई करने की चुनौती देते हैं। उन्हें अब अपने साहस का प्रदर्शन करना चाहिए और इस राष्ट्र विरोधी कृत्य के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
कदम ने कहा, “ओवैसी का सम्मान दिखाने के लिए औरंगजेब के सामने झुकना हिंदुओं के साथ विश्वासघात और अपमान है। यह राष्ट्रविरोधी कृत्य है। हम इतिहास को कैसे भूल सकते हैं? औरंगजेब ने महान योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज को परेशान किया और उनके खिलाफ साजिश रची थी। उसने संभाजी महाराज को बेरहमी से प्रताड़ित किया और मार डाला।
एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी के महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के खुल्दाबाद में मुगल सम्राट औरंगजेब के मकबरे पर जाने की सत्तारूढ़ शिवसेना ने भी आलोचना की। शिवसेना ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने “समाज में समस्याएं पैदा करने” की कोशिश की तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ओवैसी ने औरंगाबाद शहर में एक रैली को संबोधित करने से पहले गुरुवार को मकबरे का दौरा किया था।
भाजपा ने एमवीए सरकार पर निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार सवाल उठाने की हिम्मत करने वालों के खिलाफ देशद्रोह के आरोप लगा रही है। बता दें कि राणा दंपति को यह कहने के लिए गिरफ्तार किया गया था कि वे ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करना चाहते हैं।