नई दिल्ली
देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन के बीच आज संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। देश के करीब हर राज्य में हिंसक प्रदर्शन हुए। इससे पहले राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के कस्बों और शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। देस में पूरी तरह से अरजकता का माहौल देखा गया। कानून लाचार दिखा और प्रदर्शनकारी तोड़फोड़, आगजनी, गुंडागर्दी करते रहे। सबसे ज्यादा हिंसा हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार में हुई हैं। ये सभी बीजेपी शाषित राज्य हैं।
सेंसर में पास होने का बाद और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फिल्म को रिलीज किया है। राजपूत समाज अभी भी फिल्म का कड़ा विरोध कर रहे हैं। वहीं पद्मावत फिल्म को लेकर लगभग 75 फीसदी मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज करते हुए राज्य सरकारों को सुरक्षा मुहैया करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि जब सेंसर बोर्ड ने फिल्म को मंजूरी दे दी है तो रोक की मांग क्यों? लेकिन सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बावजूद देश भर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं और जगह-जगह राष्ट्रीय राजमार्गों को जाम किया जा रहा है। फिल्म को लेकर लगातार हो रहे विरोध को देखते हुए इसका नाम ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ किया गया।
मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अर्श बताया, चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म नहीं चलाने का फैसला किया है, क्योंकि स्थानीय प्रबंधन ने हमें बताया कि कानून-व्यवस्था के हालात अच्छे नहीं हैं।