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17 Oct 2024, Thu

नई दिल्ली

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने देश छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी। लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट के बाहर विजय माल्या ने यह बात कही। माल्या ने दावा किया कि देश छोड़ने से पहले वह अरुण जेटली से मिलकर आए थे। विजय माल्या ने कहा, ‘मैं मामला निपटाने को लेकर जेटली से मिला था। मैं बैंक का बकाया कर्ज चुकाने के लिए तैयार था, लेकिन बैंकों ने मेरे सेटलमेंट को लेकर सवाल खड़े किए। माल्या ने कहा कि मुझे बलि का बकड़ा बनाया गया।

बैंकों का करीब 9 हज़ार करोड़ लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर बुधवार को लंदन की अदालत में सुनवाई हुई। मालूम हो कि जिस समय माल्या देश छोड़कर गए, उस समय अरुण जेटली वित्त मंत्री थे। उधर, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माल्या को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि माल्या ने सांसद की हैसियत का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि माल्या से मेरी मुलाकात सिर्फ 40 सेकंड के लिए हुई थी।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2014 के बाद उन्होंने माल्या को कभी मिलने का समय नहीं दिया, लेकिन माल्या ने राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल करते हुए संसद भवन के गलियारे में उन्हें रोककर बात करने की कोशिश की थी।

वित्त मंत्री ने फेसबुक पर एक लेख में माल्या के लंदन में दिए गए बयान को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बताया। उन्होंने कहा कि उसके बयान में ‘सच्चाई नहीं है.’ उन्होंने लिखा है, ‘2014 के बाद से मैंने उसे मिलने का समय नहीं दिया है और उससे उनकी मुलाकात का सवाल ही पैदा नहीं होता।’ जेटली के मुताबिक राज्यसभा के सदस्य होने के नाते माल्या ने कभी-कभी संसद की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया।

कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने माल्या के दावे पर कहा कि सरकार को बताना होगा कि विजय माल्या को भारत से जाने कैसे दिया गया। मोदी सरकार को वित्त मंत्री जेटली से माल्या की। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘भगोड़ों का साथ, लुटेरों का विकास’ भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है। मोदी जी, छोटा मोदी, छोटा मोदी, ‘हमारे मेहुल भाई’, अमित भटनागर जैसों को देश के करोड़ों लुटवाकर, विदेश भगा दिया। विजय माल्या, तो अरुण जेटली से मिल, विदाई लेकर, देश का पैसा लेकर भाग गया है? चौकीदार नहीं, भागीदार है।