लखनऊ, यूपी
गवर्नर महामहिम राम नाईक ने सोमवार को राजभवन में रोजा इफ्तार का आयोजन किया। इसमें कई हस्ितयां जुटीं। सपा मुखिया मुलायम सिंंह यादव और आजम खान इफ्तार पार्टी में नहीं आए। इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सुन्नियों की और मौलाना कल्बे सादिक ने शिया की नमाज़ मगरिब पढ़ाई।
गवर्नर राम नाईक ने कहा कि रमज़ान का पाक महीना हमें प्रेम और सद्भाव की शिक्षा देता है। इसलिए इस मौके पर सभी को मिलजुल कर त्योहार मनाना चाहिए। सभी को आपसी प्रेम और सौहार्द रहना चाहिए। साथ-साथ रहने से हर मुश्िकल आसान हो जाती है।
इस इफ्तार पार्टी में कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव, अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, अरविंद सिंह गोप, राज्य मंत्री रविदास मेहरोत्रा, अभिषेक मिश्रा, पूर्व गवर्नर सैयद सिब्ते रज़ी, राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व सांसद लालजी टंडन खास तौर पर मौजूद थे। इसके साथ ही मुख्य सचिव प्रवीर कुमार, सीएम के सलाहकार आलोक रंजन, सूचना आयुक्त जावेद उस्मानी, डीजीपी जावीद अहमद, प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा, कुलपति प्रो. एसबी निमसे, प्रो. रविकांत, मौलाना यासूब अब्बास, महंत देव्या गिरि सहित कई लोग मौजूद रहे।
रोज़ा इफ्तार पार्टी में मुलायम सिंह यादव, आज़म खान के अलावा सपा सरकार के कई दिग्गज नेता राजभवन नहीं पहुंचे। इससे राजनैतिक गलियारों में कई मायने निकले जा रहे हैं। दरअसल गवर्नर हाउस और आज़म खान के बीच पिछले कई महीनों से राजनीतिक बयानबाजी को लेकर विवाद चल रहा है। गवर्नर हाउस की रोजा इफ्तार में आज़म खान के नहीं पहुंचने की यह भी एक वजह बताई जा रही है।