अब्दुल कय्यूम
लखनऊ, यूपी
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान (रूसा) ने 6 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। यह पैसा यूनिवर्सिटी में छात्रों की शिक्षा के लिए बुनियादी संसाधन जुटाने की दिशा में खर्च किया जाएगा। ये जानकारी यूनिवर्सिटी के कुलपति ने दी।
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. माहरूख मिर्ज़ा ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान (रूसा) से मौजूदा संसाधन को बेहतर करने और नए संसाधन उपलब्ध कराने के लिए करीब 20 करोड़ रुपये की मांग थी। इसका प्रस्ताव यूनिवर्सिटी ने रूसा को भेजा था। इसमें एमसीजे, भूगोल, होमसाइंस, एजुकेशन, कम्प्यूटर साइंस लैब और भाषा लैब, विभागीय पुस्तकालय एवं वचरुवल क्लास रूम बनाने सहित केन्द्रीय लाइब्रेरी का आटोमेसन करना है।
साथ ही दिव्यांग फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना, सांस्कृतिक और धार्मिक तुलानात्मक अध्ययन केन्द्र की स्थापना किया जाना है। इसके अलावा स्किल डेवलपमेंट, करियर काउंसिलिंग और प्लेसमेंट सेल व हेल्थ सेंटर के आधुनिकीकरण किया जाना है। रूसा ने 20 करोड़ रुपये की जगह अभी मात्र 6 करोड़ रुपये दिए हैं।