बदायूं, यूपी
उत्तर प्रदेश पुलिस का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खिया बटोर रहा है। वीडियो में स़ड़क पर खड़े कुछ पुलिस वाले वहां से गुज़र रहे लोगों की बंदूक तान कर तलाशी ले रहे हैं। वीडियो यूपी का बदायूं का है। पहले वीडियो का हिस्सा लगाए आदमी हाथ ऊपर करे खड़ा है और पुलिसवाले ने तमंचा तान रखा है। एनकाउंटर के लिए चर्चित उत्तर प्रदेश पुलिस अब गन पॉइंट पर आम जनता की तलाशी ले रही है। सूबे के बदायूं शहर में मोटरसाइकिल पर सवार होकर जा रहे आम लोगों की तलाशी अब बंदूक की नोक पर हो रही है।
वीडियो बदायू के वीज़रगंज इलाके का है। जहां सड़क किनारे कुछ पुलिस वाले वहां से गुज़रने वाले लोगों की चेकिंग कर रहे हैं। उनकी गाड़ियों के कागज़ात मांगे जा रहे हैं, लेकिन ये सब बंदूक की नोक पर हो रहा है।
आप तस्वीरों में देख सकते हैं एक पुलिस अधिकारी और कुछ कॉन्स्टेबल बीच सड़क पर मोटरसाइकिल सवार लोगों को गन पॉइंट पर रोक रहे हैं।
Police point gun at people during regular vehicle checking in Wazirganj, Badaun. (20.6.19) pic.twitter.com/N02fSAYwsx
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 24, 2019
पुलिस अधिकारी खुद पिस्तौल तान कर या फिर सिपाहियों से रायफल तनवाकर लोगों को रोक रहे हैं। जैसे ही कोई बाइक सवार आता दिखाई दे रहा है. सिपाही राइफल तान सामने खड़ा हो जाता है. पुलिस अधिकारी बाइक सवार को हैंड्स-अप करने को कहता हैं। और इसके बाद तलाशी शुरू हो जाती है।
पुलिस अधिकारी बाइक सवारों को चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपना हाथ ऊपर रखें और हिले नहीं। निर्देशों का पालन नहीं करने पर गोली मारने की धमकी दी जा रही है
मानो ये कोई आम आदमी नहीं बल्कि कोई आतंकी या फिर फरार मुजरिम है। लेकिन एसएसपी साहब इसे ट्रेनिंग का हिस्सा बता रहे हैं।
हालांकि सवाल ये कि आखिर आम लोगों की तलाशी इस तरह क्यों ली जा रही है। क्यों आम लोगों से एक मुजरिम की तरह बर्ताव किया जा रहा है।
Ashok Kumar Tripathi, SSP Badaun: There have been incidents earlier where people of criminal mentality fired at the police during vehicle checking. We have suffered casualties due to such incidents, that is why a tactical technique is being used. pic.twitter.com/sIKpEcJIKH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 24, 2019
वही इस तरह की चेकिंग पर जिले के पुलिस कप्तान अशोक कुमार त्रिपाठी का कहना है कि टू व्हीलर और फोर व्हीलर की जो चेकिंग होती है उसमें विगत कुछ अनुभव रहे हैं कि अपराधी प्रवृत्ति के जो लोग होते हैं उनके पास वेपन होते हैं और वह फायर कर देते हैं दो या दो से अधिक लोग अगर हुए तो वे फायरिंग हुई है उसमें कई बार पुलिस कर्मचारियों की कैजुअल्टी भी हुई है उसी को ध्यान में रखकर इस प्रकार की चेकिंग की जा रही है ताकि उनके द्वारा घटना को अंजाम ना दिया जाए और अगर कुछ करते हैं तो हमारे द्वारा उसका जवाब दिया जाए चेकिंग का उद्देश्य मात्र अपने आप को सेव रखना है बाकी इसका अन्य कोई उद्देश्य नहीं है।