उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तीसरे फेज की वोटिंग से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने समाजवादी पार्टी और इसके मुखिया को ‘आतंकियों का हमदर्द’ बताते हुए बड़ा हमला बोला है। मैनपुरी की करहल सीट पर वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी ने शनिवार को तस्वीर, 2012 का मेनिफेस्टो और कोर्ट ऑर्डर के साथ अखिलेश को घेरा और उन्हें चुप्पी तोड़ने की चुनौती दी। केंद्रीय मंत्री और यूपी के सह प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा कि अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट में फांसी की सजा पाने वाले आतंकी सैफ के पिता का समजावादी पार्टी से सीधा कनेक्शन है।
अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”आतंकवाद पर बीजेपी जीरो टॉलरेंस की नीति रखती है तो समाजवादी पार्टी फुल संरक्षण देती है। अहमदाबाद ब्लास्ट के कनेक्शन जुड़े थे सपा नेताओं के साथ। इसलिए कोर्ट का फैसला आने के बाद सपा के नेता चुप हैं। ये चुप्पी एक बार फिर आतंकियों के संरक्षण की ओर सपा पर उंगली उठाती है।
अनुराग ठाकुर ने दोनों हाथों में आतंकी सैफ के पिता की तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ तस्वीर लेकर कहा, ‘यह मिस्टर समाजवादी पार्टी नेता तब के सीएम अखिलेश के साथ हैं। क्या अखिलेश यादव ने उन्हें बिरयानी खिलाने बुलाया था, जिनका बेटा धमाकों का मास्टरमाइंड था। क्या अखिलेश यादव इस पर चुप्पी तोड़ेंगे। आजमगढ़ को आतंकवादियों का गढ़ जिन लोगों ने बनाया क्या उस पर सपा चुप्पी तोड़ेगी। इनको पुलिस और एटीएस पर भरोसा नहीं है, लेकिन आतंकियों को संरक्षण देने में पूरी ताकत लगा देते हैं। मैं तो कहूंगा आतंकियों से करे प्यार, जिन्ना के कसीदे गाए हजार, यूपी पुलिस पर करे वार, समाजवादी हैं तुष्टिकरण के यार। अखिलेश ने ठाना है, आतंकियों को बचाना है।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ”2012 के चुनाव में सपा के मेनिफेस्टो में लिखा था कि मुस्लिम युवाओं के खिलाफ लगे आतंक के आरोपों को वापस लिया जाएगा। और चार्ज लगाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जैसे ही सत्ता में आए 2013 में आरोप वापस लेने के लिए बिना जांच कोर्ट में गए। कोर्ट ने संज्ञान लिया और कहा कि आज आतंकियों को छोड़ दोगे तो क्या उनको पद्मभूषण दोगे। जस्टिस आरके अग्रवाल और जस्टिस आरएसआर मौर्य ने कहा कि आज आप उनके खिलाफ केस वापस ले रहे हैं, क्या कल पद्म भूषण देंगे।” अनुराग ठाकुर ने कहा कि अखिलेश यादव ने लखनऊ, वाराणासी, अयोध्या और रामपुर में बम धामके किए उन मुस्लिम युवकों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की कोशिश की।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये जवानों की शहादत और एटीएस-पुलिस पर सवाल उठाते हैं और आतंकियों-उनके समर्थकों को बिरयानी खिलाने घर पर बुलाते हैं। इसलिए पीएम कहते हैं लाल टोपी रेड अलर्ट। यूपी की जनता को यह तय करना होगा कि ये समाजवादी नहीं समाजविरोधी हैं। आजम खान हों, अबु आजम हों, शहीद पुलिसकर्मियों के घर नहीं गए, जिन लोगों के आतंकी आरोपों में पकड़े गए युवकों के घर गए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि रामपुर के सीआरपीएफ कैंप पर हमले के आरोपियों की केस वापस लेने की बात कही थी। सपा पर यह भी आरोप लगे कि वे सिमी पर बैन के पक्ष में नहीं थे। अलकायदा के जो ऑपरेटिव पकड़े गए लखनऊ से तो पुलिस और एटीएस की जांच पर सवाल खड़े किए, यह दिखाता है इनका आतंकी प्रेम।