तलहा रशादी की फेसबुक वाल से
यूपी एटीएस द्वारा मुंबई से संदिग्घ आतंक के आरोप में गिरफ्तार अबु जैद के पिता का बुरा हाल
परिवार की माली हालत ठीक न होने तथा खेती-बारी के साथ ही क्षेत्र के लोगों के यहां बिजली संबंधी मरम्मत कर नौ बच्चों की आजीविका चलाने के लिए रोज कुआं खोदने वाले छाऊं ग्राम निवासी अलाउद्दीन को बेटे की गिरफ्तारी के बाद अब उन्हें न्याय पर भरोसा है। परिवार में सबसे बड़े और कमाऊं बेटे की गिरफ्तारी से हतप्रभ अलाउद्दीन को जैसे काठ मार गया हो।
बेटे की गिरफ्तारी की खबर पाकर अपने कच्चे घर के बाहर बेसुध बैठे अलाउद्दीन को लोग न्याय पर भरोसा होने के लिए आश्वस्त कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि गरीबी दूर करने की नियत से मेरे तीन पुत्रों व छह पुत्रियों में सबसे बड़ा अबु जैद गत वर्ष 2009 में सऊदी अरब कमाने चला गया। वहां के रियाद शहर में वह भूमिगत केबल बिछाने वाली एक कंपनी में बतौर मजदूर कार्य करता था। तीन वर्ष बाद वर्ष 2012 में वतन लौटने पर क्षेत्र के मोहम्मदपुर ग्राम निवासी व थल सेना में तैनात सैफुर्रहमान की पुत्री राफिया के साथ अबू जैद की शादी हुई। इन दिनों खाड़ी देश में आए आर्थिक संकट के चलते कंपनी बंद होने पर अबु जैद हमेशा के लिए वतन लौट रहा था।
पुत्र के गिरफ्तारी के संबंध में अलाउद्दीन ने बताया कि शुक्रवार की देर रात मुंबई से फोन करने वाले किसी अधिकारी ने स्वयं को एटीएस का बताते हुए पुत्र अबू जैद के गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। बेटे के जुर्म के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। बेटे की गिरफ्तारी से सदमाग्रस्त अलाउद्दीन का कहना था कि हमें क्या पता कि विदेश से घर लौटने पर बेटे के ऊपर आतंकवाद जैसा आरोप लगा दिया जाएगा।
फिलहाल हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। मेरे बेटे के ऊपर जनपद य अन्य कहीं भी किसी तरह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है। अपने पुत्र को निर्दोष बताते हुए अलाउद्दीन ने कहा कि शीघ्र ही मेरा बेटा अपने ऊपर आए संकट से उबरकर हम सभी के बीच होगा, ऐसा हमें विश्वास है।
राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के ज़िम्मेदारान इस मसले को देख रहे हैं और आला पुलिस अफसरों से सम्पर्क में हैं। आप से दुआ कर दरखास्त है कि अल्लाह बेगुनाहों की मदद करे।
(तलहा रशादी राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं)