Breaking
21 Nov 2024, Thu

कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन, मंत्री के पोस्टर पर पोती कालिख

मोहम्मद शारिक ख़ान

जौनपुर, यूपी
ज़िला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री पारसनाथ यादव के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनके पोस्टर पर कालिख पोती। कांग्रेस लगातार मंत्री पारसनाथ के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही है। पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में घूम-घूम कर जहां भी मंत्री का पोस्टर मिला उस पर कालिख पोत दी। इस संबंध में मंत्री की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

अखिलेश सरकार में खाद्य प्रसंस्करण और उद्यान मंत्री पारसनाथ यादव पर एक महिला ने जमीन हड़पने का गंभीर आरोप लगाया था। महिला और उसकी बेटी का दावा था कि मंत्री पारसनाथ यादव के लोग लगातार उसके परिवार को धमकियां दे रहे हैं। महिला ने इसके खिलाफ ज़िले के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर प्रदेश की राजधानी के अधिकारियों को कई शिकायती पत्र भेजा। महिला का आरोप है कि मंत्री पारसनाथ यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कही सुनवाई ना होने पर इस महिला की बेटी ने मंत्री पारसनाथ यादव का स्टिंग आपरेशन कर लिया।

इस स्टिंग में मंत्री पारसनाथ यादव को ज़मीन कब्ज़ा करने की बात को करते हुए दिखाया गया है। अभी इस स्टिंग की सत्यता की जांच की जानी है। कांग्रेस ने जमीन को कब्ज़ा करने को मुद्दा बनाकर मंत्री पारसनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंत्री के खिलाफ कई बार प्रदर्शन किया गया। आज इसी कड़ी में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंत्री पारसनाथ यादव के पोस्टर पर कालिख पोत कर विरोध जताया और इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले स्थानीय विधायक नदीम जावेद के प्रतिनिधि खुर्शीद अनवर के कहा कि मंत्री के इस्तीफे तक उनका विरोध जारी रहेगा।

प्रदेश की सपा सरकार पर नज़र डाले तो कई मंत्री लगातार विवादों में रह रहे हैं। मंत्री पारसनाथ यादव उनमें से एक हैं। पारसनाथ यादव के कुनबे की दबंगई के कई किस्से सुनने को मिल जाएंगे। कभी कब्रस्तान की बाउंड्री के लिए मंगाए गए ईट को उठाकर ले जाना तो कभी गांव से मिलने गई जनता को भगा देना। मंत्री पारसनाथ यादव के पुत्र भी विवादों को लेकर लगातार चर्चा में रहते हैं।

कांग्रेस के आज के प्रदर्शन में मुख्य रूप से युवक कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष सत्यवीर सिंह, जयमंगल यादव, कलेंदर बिंद, बिपिन, राहुल सिंह, मन्नूखान, बांकेलाल शुक्ला, नसीम अहमद समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।