अज़ीम सिद्दीक़ी
जौनपुर, यूपी
प्रदेश सरकार की उपलब्धियों में अच्छी विद्युत आपूर्ति भी एक उपलब्धि थी, जिसमे दिन-ब-दिन सुधार होता जा रहा था। जिससे जनता संतुष्ट थी, लेकिन अचानक लोस चुनाव के मतदान के बाद मानो विद्युत विभाग पर ग्रहण लग गया हो। बिजली सप्लाई पर संकट के बादल छा गए हों। जिसमे शाहगंज का भादी फीडर प्रथम स्थान पर है। इसकी अघोषित बिजली कटौती से क्षेत्र की जनता त्रस्त है रात भर रतजगा करने के लिए बाध्य है।
भादी फीडर पर रोस्टर का कोई अता पता नही है। सप्ताह भर से नाम मात्र की बिजली मिल रही है। अभी जनता जनार्दन ने सत्तारूढ़ पार्टी को प्रचण्ड बहुमत दिया है। पार्टी जिसका अभी ठीक से जश्न भी नही मना पाई, विद्युत विभाग ने रंग में भंग डालने का काम शुरू कर दिया है। विद्युत विभाग जनता के बीच सरकार की छवि धूमिल करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही।
खेतासराय के बादशाही फीडर, आहिरों परशुरामपुर फीडर एवं सोंगर फीडर भी इसकी चपेट में हैं। जिसमे प्रथम स्थान भादी फीडर का है। इस उमस भरी गर्मी में विद्युत विभाग का रोना मानो जनता के द्वारा दिये गए प्रचंड बहुमत पर विलाप कर रहा हो। ऐसे समय में बिजली का गुल होना इतने लम्बे अंतराल तक अपने आप मे कई सवाल खड़ा कर रहा है। जिससे जनपद की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। कहीं चुनाव से पहले लगातार विद्युत आपूर्ति किसी तरह का प्रलोभन तो नही थी, जो अब बैकफुट पर जाती नज़र आ रही है।
बिजली से त्रस्त जनता इन सारे सवालों का जवाब समय पर माँगेगी। पिछले दस सालों में इतनी खराब विद्युत आपूर्ति कभी नही थी। जितनी सप्ताह भर से क्षेत्र में चल रही है, जिससे क्षेत्रवासियों में भारी आक्रोश है।