लखनऊ, यूपी
चेतना संस्था और एचसीएल फाउंडेशन के तत्वाधान में यूएनसीआरसी की 31 वी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर बाल भागीदारी जागरूकता सप्ताह का शुभारम्भ किया गया। इसका उद्घाटन पुनीत मिश्रा, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा किया गया। इस सत्र में लखनऊ और नोएडा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 120 से अधिक बच्चे उपस्थित रहे।
इस सत्र के शुभारम्भ में बच्चो को सम्बोधित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए कई प्रमुख अतिथि गण उपस्थित रहे। इनमें मुख्य रूप से दिनेश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ, कुलदीप रंजन, अध्यक्ष- बाल कल्याण समिति, लखनऊ, नरेंद्र सिंह पवार, इंचार्ज- बीएसए गौतमबुद्धनगर, अतुल सोनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी गौतमबुद्धनगर शामिल हैं। इन सभी अतिथियों ने बच्चो को सम्बोधित किया और सभी बच्चो को यूएनसीआरसी की 31 वर्षगांठ की बधाई दी।
इस अवसर पर कुलदीप रंजन ने बताया कि कोई भी बच्चा जो 18 साल से कम है, यदि किसी भी शोषण का शिकार होता है तो वह 1098 नंबर डायल करके अपनी बात हम तक पंहुचा सकता है। इसके बाद हम उसकी काउन्सलिंग करके उसका उचित निराकरण करते है।
विशेष अतिथि पुनीत मिश्रा ने यूएनसीआरसी के महत्व को बच्चों को बताया। उन्होंने कहा कि आप की मदद के लिए बहुत सारे लोग है। बस आप को अपनी बात बतानी है और पढाई से जुड़ना है तभी आप अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर एक सभ्य और सचेत नागरिक बन सकते हैं। साथ ही हम आगे तभी बढ़ सकते है जब हम पढ़ेंगे।
अतुल सोनी (जिला प्रोबेशन अधिकारी गौतम बुद्ध नगर ) ने चेतना संस्था और एचसीएल फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होंने बच्चों से कहा कि हम लोग हर समय आपकी मदद के लिए तत्पर है। बस आप लोग लगन व मेहनत के साथ पढ़ते रहें और आगे बढ़ते रहें।
दिनेश कुमार (बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ) ने बताया कि कैसे शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में बच्चों को पढ़ाने के तरीकों में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि हमने दूरदर्शन, रेडियो आदि के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का हर सम्भव प्रयास किया है।
एचसीएल फाउंडेशन की तरफ से उपस्थित सोनल ने बच्चों को सम्बोधित किया और एचसीएल फाउंडेशन के द्वारा किये जा रहे कार्यो पर प्रकाश डाला। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज विकास नगर के कक्षा 8 में पढ़ने वाली बालिका सबा सैय्यद ने कहा कि इस बाल जागरूकता सप्ताह में होने बाले कार्यक्रमों से हमको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। आज ही हमको बहुत महत्वपूर्ण जानकारिया मिली है। इसके लिए हम सभी बच्चों की तरफ से आप सभी अधिकारियों और सर मेडम का धन्यवाद करते है।
भूपेंद्र शांडिल्य ने इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए बच्चों को बताया कि 20 नवम्बर 1989 को बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक हुई। इसमे निर्णय लिया गया कि बच्चों को उनके अधिकार दिए जाये। बच्चों को उनके अधिकार दिलाने में उस देश की सरकार की जिम्मेदारी होगी।
अंत में राजेंद्र कुमार ने सभी बच्चों और अतिथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि साप्ताहिक कार्यक्रम के बारे में होने वाली प्रतिदिन एक घंटे की ज़ूम पर क्लास होगी। इसमे बाल भागीदारी एवं लीडर के गुणों के बारे में बताया जायेगा। इसके साथ ही साथ सभी का धन्यवाद ज्ञापन दिया।