लखनऊ, यूपी
लखनऊ के राजकीय तकमील उत्तिब कॉलेज एवं चिकित्सालय के प्रोफेसर डॉ जमाल अख्तर ने यूनानी जगत का नाम रोशन किया है। प्रोफेसर डॉ जमाल अख्तर को उनके यूनानी क्षेत्र में योगदान और उनकी पुस्तक को राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा “अमीर खुसरो पुरस्कार- 2018-19” के लिए नवाज़ा गया। उन्हें ये पुरस्कार राजधानी के हज़रतगंज स्थित उप्र हिन्दी साहित्य संस्थान में यशपाल सभागार में दिया गया।
पुरस्कार एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव मुकेश मेश्राम ने डॉ जमाल अख्तर को सम्मानित किया। इस मौके पर राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान के अध्यक्ष डॉ हरिओम खासतौर पर मौजूद थे।
इससे पहले उत्तर प्रदेश शासन की योजना के अन्तर्गत राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान में पुरस्कारों का ऐलान इसी साल 28 फरवरी को किया गया था। राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान की पुरस्कार समिति ने उर्दू साहित्य की दीर्घकालीन सेवा गद्य के लिए प्रोफेसर डॉ जमाल अख्तर को चुना। इस पुरस्कार में एक लाख रूपये नकद प्रशस्ति पत्र और शील्ड दी जाती है।
डॉ जमाल अख्तर राजधानी लखनऊ के बिजनौर स्थित राकजीय तकमील उत्तिब कॉलेज एवं हॉस्पिटल में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष हैं। वह इससे पहले भी यूनानी पर कई किताबें लिख चुके हैं। पुरस्कार मिलने पर यूनानी निदेशालय में निदेशक डॉ मोहम्मद सिकन्दर हयात, कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर अब्दुल वहीद बीयूएमएस डॉक्टर्स एसोसिाएशन के अध्यक्ष डॉ अब्दुल हलीम, महासचिव डॉ नियाज़ अहमद समेत कई लोगों ने मुबारकबाद दी है।