लखनऊ, यूपी
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सलन लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और नदवातुल उलमा के नाज़िम मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी ने पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी वाले बयान पर कड़ा एतराज़ जताया है। मौलाना राबे हसनी नदवी ने इस संबंध में यूपी के सीएम अखिलेश यादव को एक खत लिखा है, जिसमें पैगंबर-ए-इस्लाम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सीएम अखिलेश यादव को लिखे खत में मौलाना राबे हसनी नदवी ने कहा है कि हिंदू महासभा के अध्यक्ष ने जो बयान दिया है उससे मुसलमानों को सख़्त तकलीफ हुई है। मौलाना राबे हसनी नदवी ने लिखा है कि मैं अपनी तरफ से और नदवातुल उलमा के स्टाफ और छात्रों की तरफ से इस बयान की सख़्त लफ्ज़ों में निंदा करता हूं। हिंदू महासभा के अध्यक्ष ने अपने बयान में तमाम सीमाएं पार करके घोर दंडनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि पैगंबर-ए-इस्लाम मानवता के लिए हमेशा परोपकारी रहे।
मौलाना राबे हसनी नदवी ने खत में लिखा है कि आपकी सरकार ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए हिंदू महासभा के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सिर्फ गिरफ्तार करके जेल भेज देने से उनका अपराध हल्का नहीं हो जाता। ये बयान सिर्फ उत्तर प्रदेश या देश नहीं बल्कि पूरी दुनिया में घोर प्रतिक्रिया का कारण हो सकता है। उन्होंने खत में लिखा है कि मुसलमान दुनिया के किसी भी कोने में हो वह अपने पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में किसी भी तरह की गुस्ताखी बर्दास्त नहीं कर सकता। कुछ दिन पहले फ्रांस और डेनमार्क की घटनाओं की जो प्रतिक्रिया पूरी दुनिया में हुई वो सब के सामने हैं। ऐसी किसी भी घटना से मुसलमानों में आक्रोश पैदा होता है।
मौलाना राबे हसनी नदवी ने लिखा है कि सरकार को चाहिए कि वह ऐसे कानून बनाए कि इस तरह की हरकत कोई न कर सके और करने वाले को कड़ी सज़ा मिले। मौलाना राबे हसनी ने कहा कि आजकल कुछ राजनीतिक लोगों के भी ऐसे ही बयान लगातार आ रहे हैं। ऐसे बयानों से देश में शांति व्यवस्था को खतरा है। सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह ऐसे लोगों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करें ताकि अमन पसंद लोग मुल्क में सुकून से रहे सकें।