लखनऊ, यूपी
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिंल ने मुल्क में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के खिलाफ सद्भावना अभियान चलाने का फैसला लिया हैं। पार्टी ने साथ ही सांप्रदायिक ताकतों को बेनकाब करने की बात कही है। पार्टी का मानना है कि कुछ राजनीतिक दल और उनके सहयोगी संगठन ये काम कर रहे हैं ताकि वो सत्ता हासिल कर सकें। ये जानकारी प्रदेश मुख्यालय में उलेमा कौंसिल के नेताओं ने मीडिया को दी गई।
लखनऊ प्रदेश कार्यालय पर राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल की प्रदेश कार्यकारणी की नियमित बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश के विभिन ज़िलों से आये प्रदेश कार्यकारणी के सदस्यों और पदाधिकारीयों ने भाग लिया। बैठक में सभी ने अपने अब तक के काम की रिपोर्ट पेश की और उसपर समीक्षा हुई। बैठक में आम राय से ये निर्णय लिया गया कि प्रदेश में बढ़ते हुए साम्प्रदायिक तनाव को देखते हुए कौंसिल को अपने सद्भावना अभियान को तेज़ करेगी और जिला स्तर पर सद्भावना सम्मलेन का आयोजन किया जायेगा। इसका मकसद हिन्दू मुस्लिम के बीच विभिन राजनैतिक दलों और संस्थाओं की तरफ से जो खायी पैदा करने की कोशिश की जा रही है उसे पाटा जा सके और देश की एकता व अखंडता को कायम रखा जा सके
इसके साथ ही पार्टी ने सदस्यता अभियान चलने पर भी ज़ोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन खान ने की। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मौलाना ताहिर मदनी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमात्मा शरण पाण्डेय मौजूद थे। इसके अलावा दर्जनों कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।