जौनपुर, यूपी
बदायूं के रहने वाले जेएनयू के छात्र नजीब अहमद की गायब होने, केंद्र की मोदी सरकार के नोटबंदी जैसे तानाशाही फैसले के खिलाफ राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने रैली करके प्रदर्शन का एलान किया है। पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ज़िले के शाहगंज के मिल्लत नगर में ये रैली की जाएगी। इस रैली में पार्टी के कई बड़े नेताओं के शामिल हेने की उम्मीद है।
पार्टी ने जारी बयान में कहा है कि देश के मौजूदा हालात बेहद खराब हो गए हैं। मोदी सरकार ने नोटबंदी के नाम पर आपातकाल लगा दिया गया है और इसके नाम पर आम जनता का शोषण किया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि राजधानी दिल्ली से नजीब अहमद को गायब हुए एक महीने से ज़्यादा हो गया है लेकिन सबसे तेज़ दिल्ली पुलिस अभी तक उसे तलाश नहीं कर पाई है।
पार्टी ने झारखंड में मिन्हाज की हिंदूवादी संगठनों द्वारा हत्या, भोपाल में पर्जी तरीके से सिमी कार्यकर्ताओं की हत्या को भी मुद्दा बनाया है। बयान में यूपी सरकार की नाकामी का भी मुद्दा उठाने की बात कही जा रही है। पार्टी के शाहगंज के पदाधिकारी लगातार मेहनत करके रैली को कामयाब बनाने में लगे हुए हैं। विधान सभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की ये रैली अहम हैं और ये शक्ति प्रदर्शन ही विधान सभा में उसका भविष्य तय करेगी।