लखनऊ, यूपी
राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव की इस बात के लिए कड़ी आलोचना की है कि वह मरहूम एखलाक के परिवार से मिलने दादरी नहीं गए और परिवार को लखनऊ बुलाकर मुलाकात की। कौंसिल ने सीएम अखिलेश यादव के इस रवैये को मुसलमानों का अपमान बताया। उलेमा कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ निज़ामुद्दीन ने ये बातें पीएनएस से कही।
उलेमा कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ निज़ामुद्दीन ने कहा है कि दादरी में एक खौफनाक घटना हुई है, जहां उन्मादियों की भीड़ ने बीफ खाने का झूठी अफवाह फैलाकर एखलाक को पीट पीट कर मार दिया जबकि बेटा अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से जूझ रहा है। प्रदेश सरकार इस मामले में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। शासन-प्रशासन को घटना की सूचना मिलने के बाद भी वह समय से कार्रवाई नहीं कर पाई। उन्होंने सवाल उठाया कि खुफिया एजेंसियां क्या कर रहीं थी।
डॉ निज़ामुद्दीन ने कहा कि ऐसे में यूपी के सीएम अखिलेश यादव को दादरी जाकर पीड़ित परिवार वालों से मिलना चाहिए था। सीएम अखिलेश ने पीड़ित परिवार को लखनऊ बुलाकर अपने आवास पर मुलाकात की। ये निहायत ही शर्मनाक और निंदनीय है। साथ ही ये मुसलमानों का अपमान है। डॉ निज़ामुद्दीन ने कहा कि सीएम अखिलेश की इस बात के लिए जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।