लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों को लेकर योगी यह कहते सुने जा रहे हैं कि बैनर नीचे कर दो नहीं तो हमेशा के लिए बेरोजगार रह जाओगे। योगी कह रहे हैं, “बैनर नीचे कर दो, नहीं तो हमेशा के लिए बेरोजगार रह जाओगे। हटाओ उसको। ऐसे को पहले बाहर कर दिया करो।” वीडियो में विरोध-प्रदर्शन की आवाज भी सुनाई दे रही है।
सोशल मीडिया यूजर गीत ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “तानाशाह जो शासन/विकास में विफल रहते हैं और फिर बेरोजगारी का विरोध करने के लिए युवाओं को धमकी देते हैं। यह भाजपा-आरएसएस को वोट देने का परिणाम है।”
Tinpot dictators who fail to deliver governance/vikas & then threaten youth for protesting unemployment, is the consequence of voting BJP-RSS
"बैनर नीचे कर दो, नही तो ज़िन्दगी भर बेरोजगार रह जाओगे" Bisht publicly intimidates voters. #AjayBishtIstifaDo
https://t.co/6LZR7FEboV— GeetV (@geetv79) February 18, 2020
सोशल मीडिया यूजर एसके पचौरी ने लिखा, “इनको नौकरी नहीं चाहिए। इन्होंने राम मंदिर, हिंदू राष्ट्र के लिए वोट दिया था। भीख रोजगार मिलेगा इन सबको, मंदिर के बाहर कटोरा लेकर बैठेंगे।” एक यूजर ने लिखा, “समीर (योगी आदित्यनाथ) जो केवल गाय की परवाह करते हैं।” एक टि्वटर यूजर ने लिखा, “जो न करे देश के विकास की बात, विकास के मुद्दों से भटकाए, हम हिंदुस्तानियों को आपस में लड़वाए, वैसे गद्दारों का करो सर्वनाश, जय राम, सीता राम।”
एक यूजर ने लिखा, “हम जैसा चाहते हैं, वैसा मिलता है। इसे देखिए, यूपी इसी का हकदार है।” एक यूजर ने लिखा, “ये ‘संतरा’ कुछ ज्यादा ही खट्टा है।” सरोज कुमारी ने लिखा, “ये क्या तरीका हुआ बात करने का?” एक यूजर ने लिखा, “ऐसा तब होता है जब आप अपना बहुमूल्य वोट निम्न लोगों को देते हैं। उसका अहंकार देखो।”
एक टि्वटर यूजर ने लिखा, “मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने बीटीसी के छात्रो से कहा बैनर नीचे कर दो नही तो ज़िन्दगी भर बेरोजगार रहे जाओगे! मुख्यमंत्री होकर ऐसे शब्दों का प्रयोग – शर्मनाक!”
एक यूजर ने लिखा, “योगी जी खुली धमकी दे रहे है भविष्य के शिक्षकों को। काश पढ़ा लिखा मुख्यमंत्री होता तो ऐसे शब्द का प्रयोग ना करता।” एक यूजर ने लिखा, “यह है युपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह रोजगार मागं रहे युवाओं को हमेशा के लिये बेरोजगार रख कर इन के मठ में घंटी बजाने का काम देने के चक्कर में तो नही??”