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23 Dec 2024, Mon

विरोध का बड़ा असर: तीन तलाक बिल पर राज्य सभा में ज़ोरदार हंगामा

TRIPLE TALAQ BILL TABLE IN RAJYA SABHA 1 030118

नई दिल्ली

एक बार में तीन तलाक को अपराध करार देने वाला बिल बुधवार को राज्यसभा में पेश किया गया। इस बिल को पेश करते समय खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस ने बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजने की मांग की। वहीं कई विपक्षी दलों ने इस बिल के खिलाफ काफी हंगामा किया। कई सांसदों ने इसे वापस लेने की मांग की। हंगामा के बीच कुछ सुनाई नहीं दिया।

हंगामा के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, “जिस बिल को लोकसभा में सपोर्ट मिला, उसका राज्य सभा में विरोध हो रहा है। पूरा देश इस बात को देख रहा है।” जेटली ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने 3:2 से दिए अपने फैसले में 6 महीने में तीन तलाक पर कानून बनाने को कहा था। लिहाजा सरकार जल्दी में इस बिल को संसद में लेकर आई।

मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) बिल को लोक सभा पिछले हफ्ते ही पास कर चुकी है। बिल को लेकर CPI, CPIM, DMK, AIADMK, BJD, AIADMK और सपा ने राज्यसभा के सभापति के साथ मुलाकात भी की थी। इन पार्टियों ने भी बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने की मांग की। दरअसल मौजूदा समय में मोदी सरकार के पास राज्य सभा में बहुमत नहीं है। दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस तीन तलाक बिल के मुद्दे पर कन्फ्यूज है।

राज्यसभा में विपक्ष नेता आनंद शर्मा ने कहा कि संसद में सेलेक्ट कमेटी और स्टेंडिंग कमेटी की व्यवस्था है। लिहाज़ा विधायिका की ये ज़िम्मेदारी है कि वह बिल को स्क्रूटिनी के लिए भेजे। वहीं सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि राज्य सभा के नियमों में बिलों को सेलेक्ट कमेटी में भेजने का प्रावधान है। पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने उपसभापति पीजे कुरियन से अपील की कि वे बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजने की व्यवस्था दें। इस दौरान पूरे समय राज्यसभा में हंगामा होता रहा। हंगामा नहीं थमने पर कार्यवाही को गुरुवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।