दिल्ली में दंगे के बाद शवों के मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है। रविवार को भी तीन शव बरामद हुए हैं, जिसमें एक शव गोकुलपुरी नाले से, जबकि दो शव भागीरथी विहार के नाले से बरामद हुए हैं। इसी के साथ दिल्ली हिंसा में अब तक मरने वालों की संख्या 45 पहुंच गई है। हालांकि दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि रविवार को जो तीन शव नालों से मिले हैं उनका संबंध दिल्ली दंगों से है या नहीं। पुलिस ने शव को नाले से बाहर निकाल लिया है और मामले की जांच में जुटी है।
आपको बता दें कि आईबी अफसर अंकित वर्मा का शव भी नाले से मिला था। दंगों के दौरान 87 लोग गोलियों का शिकार बने थे। इनमें मृतक और घायल शामिल हैं। वहीं 300 के करीब लोग ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों, चाकू-तलवार और अन्य धारदार हथियारों से किए गए हमले में जख्मी हुए थे। पुलिस ने मृतकों और घायलों की अस्पतालों द्वारा तैयार मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर यह आंकड़ा जारी किया है। नाले से तीन शव बरामद होने के बाद आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है। इलाके में पहले ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
गुरु तेग बहादुर अस्पताल में शनिवार को हिंसा में मरने वालों के पोस्टमार्टम में तेजी हुई है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुनील कुमार गौतम ने बताया कि शनिवार को 11 शवों के पोस्टमार्टम किए गए। उनके मुताबिक अभी 6 लोगों के पोस्टमार्टम और होने बाकी हैं। इन 6 लोगों में 3 लोगों के शव की पहचान शनिवार को भी नहीं हो सकी।
Delhi Police officials at the spots confirm that three bodies have been recovered today; one from a canal in Gokalpuri and two from Bhagirathi Vihar canal. #DelhiViolence
— ANI (@ANI) March 1, 2020
अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई है, वह बुरी तरह जले हुए हैं। जीटीबी अस्पताल प्रशासन ने सभी डेडबॉडी का पोस्टमार्टम रविवार तक पूरा होने की संभावना जताई है। अस्पताल में हिंसा पीड़ित कुल 38 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम होना है। डॉ सुनील कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम तेजी से हो रहा है। अब सिर्फ 6 डेडबॉडी का पोस्टर्माटम होना बाकी है।
यह वही हैं जिनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। इनमें से तीन की पहचान हो गई है। तीन की पहचान होनी अभी बाकी है। संभव है कि रविवार को इनकी पहचान भी हो जाए। रविवार को हम सभी शवों का पोस्टमार्टम कर देंगे। डॉ सुनील ने कहा कि शनिवार को अस्पताल में हल्की चोट के साथ कुछ लोग पहुंचे थे।
इस वक्त करीब 45 लोग भर्ती हैं, जिनका इलाज हो रहा है। कुल 240 हिंसा पीड़ित लोगों का इलाज अस्पताल में किया गया है। गौरतलब है कि हिंसा में अभी तक 42 की मौत हुई है इसमें से 38 के शव जीटीबी, तीन लोकनायक और एक जगप्रवेश पहुंचे थे। लोकनायक अस्पताल और जगप्रवेश में मौजूद शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं।
आर्म्स एक्ट के 36 मामले दर्ज
हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस ने हथियारों के साथ करीब 40 लोगों को दबोचा है, जबकि आर्म्स एक्ट के तहत 36 मामले दर्ज किए हैं। पुलिस अब तक 39 हथियार भी बरामद कर चुकी है। इनमें 36 तमंचे और तीन पिस्टल शामिल हैं। वहीं, मौके से कारतूसों के करीब 75 खोखे बरामद हुए हैं। पुलिस ने अभी तक दर्जनभर जगहों पर छापेमारी कर पेट्रोल बम और बम बनाने का सामान बरामद किया हैं।
आठ जगहों से नमूने लिए
एसआईटी ने एफएसएल के साथ आठ दंगा प्रभावित इलाकों से सबूत जुटाए हैं। एसआईटी ने नमूने एकत्र करने के लिए एफएसएल केमिस्ट्री, बायोलॉजी, बैलिस्टिक, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी टीम को बुलाया था। एसआईटी ने ताहिर हुसैन के घर की सघन जांच की है और भजनपुरा व गोकुलपुरी में आठ जगहों पर जाकर जांच की।