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22 Dec 2024, Sun

बुलंदशहर, यूपी

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने खनन घोटाले से संबंधित मुकदमे में अभियुक्त बनाए गए तीन आईएएस अफसरों अभय, विवेक कुमार व डीएस उपाध्याय को भ्रष्टाचार के मामले में प्रथमदृष्ट्या संलिप्त ठहराया है। सीबीआई ने गोपनीय पत्र से शासन को इसकी जानकारी दी है।

तीनों आईएएस अफसर फिलहाल प्रतीक्षारत हैं। 10 जुलाई को इनके घरों पर सीबीआई के छापों के बाद शासन ने तीनों को उनके पदों से हटा दिया था। माना जा रहा है कि सीबीआई की यह गोपनीय रिपोर्ट मिलने के बाद तीनों के विरुद्ध कोई कार्रवाई हो सकती है। सीबीआई के छापों के दौरान अभय बुलंदशहर के डीएम  थे तो विवेक कुमार कौशल विकास विकास मिशन के प्रबंध निदेशक और डीएस उपाध्याय आजमगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी।

जुलाई में बुलंदशहर, लखनऊ, फतेहपुर, आजमगढ़, प्रयागराज, नोएडा, गोरखपुर व देवरिया सहित 12 ठिकानों पर एक साथ सीबीआई के छापे पड़े थे। सीबीआई ने तत्कालीन जिलाधिकारी बुलंदशहर अभय के सरकारी आवास से 47 लाख रुपये और तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ डीएस उपाध्याय के घर से 10 लाख रुपये नकद बरामद किए थे।

सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने कहा है कि ये दोनों अफसर बरामद नकदी एवं अन्य संपत्तियों के कागजात के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसी तरह आईएएस अफसर विवेक भी स्पष्टीकरण नहीं दे पाए।

किस पर क्या आरोप
आईएएस अभय पर सपा के शासनकाल में फतेहपुर के डीएम के रूप में तैनाती के दौरान खनन घोटाले में शामिल होने का आरोप है। आईएएस विवेक पर देवरिया के डीएम रहते खनन पट्टों में गड़बड़ी का आरोप लगा था। वह मार्च 2013 से जून 2013 तक देवरिया के डीएम थे। इसी अवधि में आईएएस डीएस उपाध्याय देवरिया में एडीएम थे।

By #AARECH