सहारनपुर, यूपी
दुनियाभर में मशहूर दारुल उलूम, देवबंद ने साफ किया है कि भले ही केंद्र सरकार तीन तलाक के मुद्दे पर कानून बनाए लेकिन वह इस मसले पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की राय के साथ है। दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा है कि केंद्र सरकार तीन तलाक के बहाने शरीयत में दखलअंदाजी कर रही है।
मौलाना नोमानी ने कहा कि सरकार किस बुनियाद पर कानून ला रही है, वह नहीं जानते। दारुल उलूम अपनी पुरानी राय पर कायम रहते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ खड़ा है। दारुल उलूम की ओर से तीन तलाक के बिल पर कहा गया है कि शरीयत में सभी प्रावधान मौजूद हैं, जिनकी रोशनी में इस मसले का हल है।
मौलाना कासिम नोमानी ने कहा कि उन्होंने अभी तीन तलाक का मसौदा देखा नहीं है। तीन तलाक मज़हबी मामला है, जिसको कुरान और शरीयत की रोशनी में हल किया जा सकता है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बाकायदा पत्र लिख कर प्रधानमंत्री मोदी को अपनी मंशा जता चुका है। उसके बाद भी केंद्र सरकार इस पर कानून ला रही है।