उज्जैन, मध्य प्रदेश
मोदी सरकार के तीन तलाक पर कानून बनाने के खिलाफ पूरे देश में विरोध हो रहा है। बुधवार को यहां हज़ारों मुस्लिम महिलाएं सड़क पर उतर आईं। सड़क पर पर्दे में उतरी महिलाओं ने लोक सभा में पारित तीन तलाक के नए कानून का विरोध किया। मौन रैली में शामिल महिलाओं का कहना था कि वे मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के साथ हैं और जबरन उन पर थोपे जा रहे नए कानून का वे विरोध करती हैं। उन्होंने सरकारी अधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा।
शहर काज़ी खालिफुर्रहमान के नेतृत्व में गुरुवार दोपहर करीब 10 हज़ार से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं ने मौन रैली निकाली। ये तोपखाना क्षेत्र से शुरू हुई और बेगमबाग पर खत्म हुई। रैली में शामिल महिलाओं का कहना था कि तीन तलाक बिल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तहत आता है। केंद्र सरकार को कोई हक नहीं है कि वे इसे रोकने के लिए नया कानून लाए।
महिलाओं इसमें केंद्र सरकार और राष्ट्रपति के खिलाफ लिखी तख्तियां लेकर शामिल हुईं। उन्होंने तख्तियों पर लिख रखा था कि हम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ हैं तीन तलाक कानून वापस लो। इसके अलावा तलाक बिल वापस लेने के साथ ही लिखा था कि इस्लामी शरीयत हमारा एजाज़ है। इस्लामी शरीयत ही हमारी इज्ज़त है।
शहर काजी खालिफुर्रहमान का कहना है कि हमारे पर्सनल लॉ में सब चीजें मौजूद हैं। कोई हम पर नया कानून लागू करने की कोशिश ना करे। हम अपने कानून के हिसाब से चलना चाहते हैं। हम तीन तलाके के इस नए कानून का विरोध करते हैं।