केरल के कोच्चि में नए साल के पहले दिन, बुधवार 1 जनवरी को हजारों की तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोग संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरे। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने मोदी सरकार से इस विवादित कानून को वापस लेने की मांग की।
Tens of Thousands participate in a massive #CAA_NRC_Protests in Kochi holding "Born in India, Lived in India, will die in India" and demanding the central government to withdraw the #CAA . pic.twitter.com/1F2c8r6FkE
— Mugilan Chandrakumar (@Mugilan__C) January 1, 2020
प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में तिरंगा और तख्तियां ले रखी थीं। तख्तियों पर लिखा था- ‘‘भारत में पैदा हुए, भारत में रहेंगे, भारत में मरेंगे।’’ प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी, बी आर आंबेडकर और मौलाना अब्दुल कलाम आजाद की तस्वीरें भी ले रखी थीं। जवाहरलाल नेहरू इंटरनेशनल स्टेडियम से निकाली गई इस विशाल रैली में भाग लेने वाले लोगों ने सीएए को लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ नारे लगाए।
This is from Kochi Kerala.
People of Kochi took out huge Anti-CAA rally. #IndiansAgainstCAA#CAA_NRCProtests pic.twitter.com/IC1mZ9oY8s
— مظهر
̶M̶̶a̶̶z̶̶h̶̶a̶̶r̶ (@MAfridiReal) January 1, 2020
सीएए के खिलाफ इस विरोध प्रदर्शन रैली का आयोजन संयुक्त रूप से मुस्लिम संगठनों की ओर से किया गया था, जिनमें ‘समस्त केरल जमीयतुल उलमा, केरल मुस्लिम जमात, दक्षिण केरल जमीयतुल उलमा, केरल नदवतुल मुजाहिदीन, जमात-ए-इस्लाम और मुस्लिम लीग शामिल हैं।
राज्य के विभिन्न अन्य मुस्लिम संगठन भी इस संयुक्त परिषद का हिस्सा हैं, जिन्होंने दावा किया है कि विभिन्न महल्लू समितियों के तहत लाखों लोगों ने (मस्जिदों के धार्मिक क्षेत्राधिकार के तहत आने वाले क्षेत्र) रैली में भाग लिया है।
भावात्मक तौर पर उत्साह से भरे प्रदर्शनकारियों ने हाथों में अंबेडकर की तस्वीर और तख्तियां ले रखी थीं। वे नारा लगा रहे थे – “हम सबसे पहले और सबसे आखिर में भारतीय हैं।” महात्मा गांधी की तस्वीर के नीचे एक तख्ती पर लिखा था- “भारत हमारा देश है” रैली का समापन स्टेडियम से पांच किलोमीटर दूर मरीन ड्राइव में हुआ।