दरभंगा, बिहार
ज़िले किरतपुर प्रखंड के जनप्रतिनिधियों का शुक्रवार को तीसरे दिन भी अनिश्चित कालीन आमरण अनशन जारी रहा। पूरे 72 घंटे के बाद भी ज़िला प्रशासन या स्थानीय विधायक ने अनशन कर रहे जनप्रतिनिधियों से न तो हाल जाना और न ही किसी प्रतिनिधि को भेज समस्या को समझने की कोशिश की।
अनशन कर्ताओं की हालत बिगड़ती जा रही है, लेकिन इनका वोट लेकर मंत्री बने स्थानीय विधायक को लगता है कि अभी तक इसकी कोई खबर नहीं मिली है या फिर वो आंख बंद किए हुए हैं। अन्शन कर रहे प्रखंड प्रमुख इनामुल हक ने कहा कि सभी का एक ही नारा है कि इस अनशन स्थल से या तो हम लोग अपनी ज़िदगी त्याग देंगे या फिर फिर प्रखंड सह अंचल कार्यालय जाएगा। अनशन स्थल पर अनशन कर्ताओं ने खूब जमकर ज़िला प्रशासन और नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की।
शुक्रवार को अनशन के तीसरे दिन एमएलसी सुनील सिंह अनशन कर्ताओं का हाल जानने पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया की जल्द इस समस्या का समाधान किया जाएगा। वहीं पूर्व सांसद व आरजेडी के दिग्गज नेता अली अशरफ फातमी भी अनशन कर्ताओं का हाल जानने पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्व. महावीर प्रसाद जी ने दो प्रखंड बनवाया था किरतपुर और गौड़ा बौराम। वो इसलिये बना था कि ये क्षेत्र बहुत पिछड़ा था। प्रखंड बन जाने से यहां का विकास होगा। भूमि अधिग्रहण करने के बाद भी पता नहीं क्यों काम रुका हुआ है। उन्होंने कहा कि मैंने ज़िलाधिकारी ने बात की है और कहा है कि जल्द इस समस्या का निराकरण करें।
इस मौके पर ज़िला पंचायत सदस्य पूनम देवी, मुखिया मोहम्मद आदिल, समिति सदस्य कैशर आलम, लीला देवी, दशरथ सदा, पिंटू सदा, नरेश यादव व अन्य अनशन कर्ता मौजूद रहे।