अहमदाबाद, गुजरात
बीएचपी के फायरब्रांड नेता प्रवीण तोगड़िया ने आरोप लगाया कि मेरा एनकाउंटर करने साजिश की गई। जब मुझे ये पता चला तो मेरे पास जो ज़ेड सिक्योरिटी है, मैं उसे बताकर एयरपोर्ट के निकल लिया। मैंने शॉल ओढ़ी हुई थी ताकि कोई मुझे पहचान न पाए। मुझे अस्पताल कौन लाया है, मैं नहीं जानता हूं। मैं हिंदू एकता के लिए जो कोशिशें कर रहा हूं, उसे दबाने की कोशिश की जा रही है। ये सनसनीखेज आरोप अहमदाबाद के चंद्रमणि अस्पताल में भर्ती विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मीडिया से बात दौरान कही।
मालूम हो कि प्रवीण तोगड़िया लापता थे और बाद में कल बेहोश पाए गए थे। आज वो प्रेस के सामने आए और अपनी ही सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। तोगड़िया ने खुद की जान को खतरा बताया और साथ ही कहा कि उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। तोगड़िया ने मीडिया से कहा कि मुझे राजस्थान पुलिस और गुजरात पुलिस से कोई खतरा नहीं है, लेकिन मुझे और मेरे कार्यकर्ताओं को डराया जा रहा है। मालूम हो कि दोनों राज्यों और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
प्रवीण तोगड़िया ने केंद्र की खुफिया एजेंसी आईबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तोगडि़या ने कहा कि उनकी एनकाउंटर की साजिश रची गई। प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है। राम मंदिर, गोहत्या पर कानून, विस्थापित कश्मीरियों को बसाने और देश के युवाओं के लिए हरदम आवाज़ उठाने का काम किया। कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। तोगड़िया ने कहा कि किसानों को उनके लागत से डेढ़ गुना दाम मिले, उनके लिए चिकित्सा की सुविधा मिले, मैंने इसके लिए हरदम प्रयास किया। मैंने 10 हज़ार डॉक्टरों को तैयार किया ताकि वो गांव के लोगों को उनकी चिकित्सा की ज़रूरतों को पूरा कर सके। इसके आईबी के लोग उन डॉक्टरों के घर जाकर डराने का प्रयास किया जा रहा है। मेरे खिलाफ सरकार डराने का काम कर रही है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तोगड़िया काफी रुआंसे से हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे डराने का काम गुजरात से शुरू हुआ। मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का जत्था गिरफ्तारी के लिए आया। मैं मुंबई से पब्लिक सभा कर रात एक बजे लौटा। तोगड़िया ने कहा कि सुबह जब पूजा कर रहा था तो एक पुलिस वाला आया। बोला कि आप तुरंत निकल जाओ एनकाउंटर करने आने वाले है। उन्होंने कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं। तोगडि़या ने कहा कि जब मैं पूजा कर रहा था तभी एक का फोन आया और फोन पर कहा कि पुलिस स्टेशन से राजस्थान पुलिस का काफिला गुजरात पुलिस के साथ निकल चुकी है।
मैं इसी कपड़े में पैसे लेकर अपने कमरे से बाहर आया और ऑटो लेकर निकल गया. तोगड़िया ने कहा कि रास्ते से राजस्थान होम मिनिस्टर को फोन किया तो उन्होंने ऐसे किसी भी कार्रवाई से मना किया। मैंने तुरंत अपना फोन ऑफ कर दिया। फिर राजस्थान में एक आदमी के घर रूका और पुलिस से जानना चाहा तो पता चला कि वो अरेस्ट वारंट लेकर आया है। अब मैं पुलिस के हाथ में आता तो किसी षड़यंत्र के तहत फंसाकर पुलिस क्या करती मुझे नहीं पता।