Breaking
22 Nov 2024, Fri

लोगों को आपस लड़ा रही है पूंजीवादी व्यवस्था: मोहम्मद शुएब

मोहम्मद ज़कारिया

लखनऊ, यूपी
पूरी दुनिया में पूंजीवादी व्यवस्था लोगों को आपस में लड़ा रही है। चाहे वर्मा में बोद्ध और मुसलमान हो या फिर हमारे मुल्क में हिन्दू और मुस्लिम या फिर किसी दूसरे मुल्क में लड़ रहे लोग। अगर जल्द ही हम इस बात को नहीं समझे तो गरीबों, दलितों, और अल्पसंख्यकों के लिए किसी भी मुल्क में रहना मुश्किल हो जाएगा। ये बातें रिहाई मंच के सदर मोहम्मद शुएब ने कही।

सोशलिस्ट पार्टी की आम सभा की मीटिंग में जस्टिस राजेंद्र सच्चर के हाथों मोहम्मद शुएब को को सम्मानित किया गया। सोशलिस्ट पार्टी अपना 5वां स्थापना दिवस सम्मेलन कर रहा है। ये सम्मेलन दो दिन चलेगा।

सम्मानित होने के बाद मोहम्मद शुएब ने कहा कि मुल्क में समाजवाद आज परिवार में बदल गया है। समाजवादी लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं। यहीं वजह है कि आम जनता समाजवाद से दूर होती जा रही है। देश में समाजवाद के अलग-अलग रूप सामने हैं। हम भी समाजवाद की लड़ाई लड़ रहे हैं पर हम अभी इस लड़ाई को समय नहीं दे पा रहे हैं। अगर समाजवाद की लड़ाई को बड़ा करना है तो हमें ज़्यादा वक्त निकालना पड़ेगा।

मोहम्मद शुएब ने कहा कि मुल्क में कुछ ताकतें एक ऐसी व्यवस्था थोपने की कोशिश कर रही हैं जिसमें आम लोगों के लिए जगह नहीं हैं। वो अपनी बात जबरन दूसरे के मुंह में डाल रही है। हम समाजवादी ही इस व्यवस्था के खिलाफ लड़ सकते हैं। उन्होंने इस आंदोलन में महिलाओं के शामिल होने और आगे लाने की बात कही।

2006 में मुसलमानों पर रिपोर्ट पेश होने वाली सच्चर कमेटी के अध्यक्ष रहे जस्टिस राजेंद्र सच्चर ने कहा कि मुल्क में मुसलमानों की मौजूदा स्थिति सबसे खराब है। वो आज दलितों से भी नीचे हैं। उन्होंने कहा कि देश में असली समाजवाद तब आएगा जब सभी धर्मों और जातियों के लोगों को बराबरी का सम्मान मिलेगा।

इससे पहले मंच से जुड़े राजीव यादव ने बताया कि एडवोकेट मोहम्मद शुएब आतंकवाद में फंसे बेगुनाहों की 2007 से लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके लिए रिहाई मंच का गठन किया गया। मंच ने इनके नेतृत्व में अब तक आतंकवाद के आरोप में फंसे 17 बेगुनाह मुसलमानों का रिहाई कराई है। कई बेगुनाह ऐसे हैं जिनकी लड़ाई मंच अब भी लड़ रहा है।

इस मौके पर सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष भाई वैध्य, कार्यकारी अध्यक्ष गिरीश पांडेय, उपाध्यक्ष और मैग्सेसे अवार्ड विजेता संदीप पांडेय, महासचिव तारकेंश्वर सिंह, शाहनवाज़ आलम समेत कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।