नई दिल्ली
पेट्रोल और डीजल पर एक बार फिर से एक्साइज ड्यूटी में इजाफा होने के साथ ही भारत दुनिया में ईंधन पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाला देश बन गया है। मंगलवार की रात को ही केंद्र सरकार ने डीजल पर 13 रुपये और पेट्रोल पर 10 रुपये की एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला लिया था। सरकार को इस कदम से 1.6 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होने का अनुमान है। इस कमाई के जरिए केंद्र सरकार कोरोना के संकट से निपटने पर खर्च होने वाली रकम का बड़ा हिस्सा निकालना चाहती है।
इससे पहले सोमवार को पेट्रोल और डीजल दोनों पर ही 8 रुपय़े प्रति लीटर का सेस जोड़ दिया गया था। इसके अलावा दिल्ली समेत कई राज्यों में भी पेट्रोल और डीजल पर वैट को बढ़ा दिया गया है। दरअसल डीलर तक पेट्रोल महज 18.28 रुपये प्रति लीटर की कीमत में आता है, लेकिन ग्राहको को फिलहाल 71 रुपये से ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।
आइए जानते हैं, क्या है तेल का पूरा खेल…
दिल्ली का उदाहरण लेते हुए बात करें तो यहां पेट्रोल 71.26 रुपये प्रति लीटर में मिल रहा है, जिसमें 49.42 रुपये का टैक्स शामिल है। इसके अलावा डीजल 69.39 रुपये प्रति लीटर में उपलब्ध है, जिसमें 48.09 रुपये का टैक्स भी शामिल है। इस तरह दोनों पर करीब 69 फीसदी का टैक्स लग रहा है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। वैट, एक्साइज ड्यूटी और डीलर कमिशन के बाद यह रेट हो जाता है। आइए देखते हैं, पेट्रोल और डीजल पर कितना वसूला जाता है कौन सा टैक्स।
एक्साइज ड्यूटी
पेट्रोल पर फिलहाल 32.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूली जा रही है, जबकि डीजल पर यह दर 31.83 रुपये प्रति लीटर है।