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23 Apr 2025, Wed

इकबाल अहमद

नई दिल्ली
बिहार के कद्दावर नेता और कटिहार से सांसद तारिक अनवर एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हुए। तारिक अनवर बिहार की राजनीति और देश की राजनीति में एक जाना पहचाना नाम है। तारिक अनवर 2014 में मोदी लहर के बावजूद कटिहार लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। वो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टीकट पर चुनाव लड़े थे। दिल्ली में राहुल गांधी की मौजूदगी में वो कांग्रेस में शामिल हुए। इस मौके पर बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, अशोक गहलोत खासतौर मौजूद रहे। उनके कांग्रेस में जाने से कहीं न कहीं कांग्रेस को बिहार में फायदा मिलेगा।

कई बार जीत हासिल की
तारिक अनवर को 1977 मे पहली बार कांग्रेस के टिकट पर बिहार के कटिहार सीट से चुनाव लड़े पर जनता पार्टी की लहर में हार गए। साल 1980 में उन्हें दोबारा मौका मिला वह चुनाव जीतकर के सांसद बने। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 1980 में युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया। सीताराम केसरी पार्टी जब कांग्रेस के अध्यक्ष बने तो तारिक अनवर उनके दाहिने हाथ बने थे। पार्टी के महासचिव के रूप में काम किया।

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सोनिया के विदेशी मुद्दे पर कांग्रेस छोड़ी
वर्ष 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर शरद पवार, पीए संगमा के साथ तारिक अनवर ने भी पार्टी को छोड़ दिया था। इन तीनो नेताओं ने मिलकर नई पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की। राष्ट्रवादी पार्टी ने अपने पहले ही चुनाव में अच्छे वोट हासिल किए और इस वजह से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीय दल की मान्यता मिल गई थी।

यूपीए में शामिल हुई एनसीपी
कहते हैं कि राजनीति में कोई भी मुद्दा स्थाई नहीं होता है। सोनिया के खिलाफ मोर्चा खोलकर पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने 2004 में कांग्रेस के साथ सत्ता में शामिल हुए। राष्ट्रवादी कोटे से तारिक अनवर और शरद पवार दोनों केंद्र सरकार में 10 साल मंत्री रहे।

राफेल पर पीएम मोदी का बचाव
शरद पवार ने रॉफेल मुद्दे पर पीएम मोदी के बचाव किया। इससे नाराज़ तारिक अनवर ने बगावत करते हुए पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था। पार्टी के इस्तीफा देने के बाद ही यह तय हो गया था को कांग्रेस पार्टी में ही अपनी ज़मीन तलाश करेंगे। शनिवार सुबह राहुल गांधी से मिलकर वह पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल हो गए। तारिक अनवर के पार्टी में आने से निश्चित रूप से बिहार में कांग्रेस को ताकत मिलेगी। एक बड़ा सवाल रहेगा कि कांग्रेस के बड़े मुस्लिम लीडर किस तरह से तारिक अनवर को पचा पाते हैं।