नई दिल्ली
जामिया मीलिया इस्लामिया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की इफ्तार पार्टी का ज़ोरदार विरोध हो रहा है। एक तरफ एसडीपीआई की छात्र यूनिट ने कल शाम को ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया तो दूसरी तरफ जामिया मीलिया इस्लामिया छात्र संगठऩ ने कहा है कि वह इफ्तार के वक्त विरोध प्रदर्शन करेगा। आरएसएस के संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है। इसमें जामिया वीसी चीफ गेस्स बने हैं।
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार भी इस इफ्तार पार्टी में चीफ गेस्ट बनाया गया है। जामिया मीलिया इस्लामिया के छात्र नेताओं ने इंद्रेश कुमार के संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा गाय के दूध से रोज़ा खोलने वाली इफ्तार पार्टी के विरोध में जामिया कैंपस में ही दूसरी इफ्तार पार्टी आयोजित करने का एलान भी किया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बुधवार को जामिया कैंपस में इफ्तार पार्टी आयोजित करने की घोषणा की है।
एसडीपीआई ने किया विरोध प्रदर्शन
जामिया मीलिया इस्लामिया में आरएसएस की इफ्तार पार्टी को लेकर विरोध तेज़ हो गया है। एसडीपीआई की छात्र शाखा कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया ने जामिया थाने से एक मार्च निकाला। मार्च की शुरुआत कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया की नेशनल कौंसिल के सदस्य पी अब्दुल नज़र ने रवाना किया। मार्च का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष शबी अहमद, महासचिव नज़मुज़्ज़मा और सचिव मसूद ने किया। इस मार्च को भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने तिकोना पार्क में रोक लिया। ये लोग आरएसएस और इंद्रेश कुमार के विरोध में नारे लगा रहे थे।
छात्रों ने किया विरोध
इस इफ्तार पार्टी को लेकर जामिया मीलिया इस्लामिया के पीएचडी रिसर्च स्कॉलर इमरान चौधरी का कहना है कि इन्द्रेश कुमार पर मालेगाव, समझौता एक्सप्रेस समेत कई बम धमाकों के आरोप हैं। इसलिए हम उनके और उनके संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का पूर्ण रूप से विरोध करेंगे। वहीं जामिया मीलिया इस्लामिया के एमफिल के रिसर्च स्कॉलर मीरान हैदर ने बताया कि इस इफ्तार पार्टी के विरोध में हम अपनी एक अलग इफ्तार पार्टी का आयोजन करने जा रहे हैं। इस पार्टी में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच व इंद्रेश कुमार के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र व पूर्व छात्र शिरकत करेंगे और शाति पूर्वक काला झंडा दिखाकर अपना प्रदर्शन करेंगे। जामिया मीलिया इस्लामिया में एमए के छात्र जुबेर चौधरी ने बताया कि इस इफ्तार पार्टी के जरिये आरएसएस व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जामिया में एक साप्रदायिक माहौल बनाने को कोशिश कर रहे हैं। विवि में इस तरह की राजनीतिक व सांप्रदायिक इफ्तार पार्टी को किसी भी रूप में इजाज़त नहीं मिलनी चाहिए।