मोहम्मद शारिक ख़ान
जौनपुर, यूपी
म्यांमार के रखैन प्रांत में रोहिंग्याई मुसलमानों के कत्लेआम पर पूरी दुनिया में गुस्से का इज़हार किया जा रहा है। मानवता को शर्मसार करने वाले इस कत्लेआम के खिलाफ लगातार लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इसके खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार प्रदर्शन हो रहा है। इसी कड़ी में जौनपुर में भी ज़ोरदार प्रदर्शन हुआ जिसमें हज़ारों लोगों में भाग लिया।
जौनपुर में प्रदर्शन मानवतावादी सामाजिक संगठन के बैनर तले हुआ। इसमें मौलाना अनवार अहमद कासमी के नेतृत्व में हज़ारों लोग शहर की अटाला मस्जिद के सामने जुमें की नमाज़ के बाद इकठ्ठा हुए और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एन्टीनियो गुतरेस को सम्बोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।
ज्ञापन में मांग की गयी है कि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर जुल्म व ज्यादती तुरंत बंद हो, रोहंगिया मुसलमान एक अरसे से म्यांमार में रहते आयें हैं। उनको वहां की नागरिकता प्रदान की जाय। रोहिंग्या मुसलमानों व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को सरकारी सेवा में अवसर प्रदान की जाय। रोहंगिया मुसलमानों एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की जान माल की सुरक्षा की जाये व उनके कत्लेआम पर तत्काल रोक लगायी जाय। मानवाधिकार के उल्लंघन के खिलाफ म्यांमार सरकार पर प्रतिबंध लगाया जाए।
इस मौके पर मौलाना कासमी ने कहा कि म्यांमार दशकों से रोहिंग्याई मुसलमानों पर जुल्म व ज़्यादती का सिलसिला जारी है। म्यांमार की सरकार इस जुल्म और ज्यादती पर आंखें बंद किये हुए है, जबकि उसके संरक्षण में ही रोहिंग्ईया मुसलमानों का राखैन प्रदेश में जुल्म का निशाना बनाया जा रहा है। यहां अल्पसंख्यक समुदाय अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। इस इलाके से भारी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में अंसार अहमद, अली मंजर डेजी, मौलाना हस्सान अहमद, इकराम खान, एमएम हीरा, अफरोज अहमद एडवोकेट, डा. अबू अकरम, कमालुद्दीन, मोहम्मद राशिद, जाफर खान, फिरोज प्रधान, अब्दुल कादिर गोगा, परवेज अहमद, मो. हाशिम, राजू मिर्जा समेत कई लोग मौजूद रहे।