लखनऊ, यूपी
आयूष पद्धति पर आज न केवल देश का बल्कि पूरे विश्व समुदाय विश्वास बढ़ रहा है। हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उस विश्वास को कायम रखें। प्रदेश में जनमानस को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार हरसम्भव सुधार करेगी। ये बातें प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री धरम सिंह सैनी ने कहीं। आयूष मंत्री नेशनल होमियोपैथी मेडिकल कालेज लखनऊ में आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
आयूष मंत्री सैनी ने कहा कि प्रदेश की सभी डिस्पेंसरी समय से खुले। अस्पताल साफ-सुथरी हो और डाक्टर व स्टाफ समय से उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि मरीजों को पारदर्शी और ईमानदारी से चिकित्सीय सेवाएं, दवाओं का विवरण व उपलब्धता सुनिश्चित किया जाय। आयूष मंत्री ने कहा कि सभी डिस्पेंसरियों पर एक सूची बोर्ड बनाया जाय। इस पर डाक्टरों की दिनवार ड्यूटी अंकित की जाय। साथ ही साथ निदेशक और सम्बन्धित ज़िले के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के मोबाइल नंबर लिखा जाय ताकि मरीज अपनी असुविधा एवं समस्याओं को दर्ज करा सकें। आयूष मंत्री ने यह कार्य एक सप्ताह में पूर्ण कर लेने का निर्देश दिये।
आयुष मंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश के 40 जनपदों में खुल रहे 42 आयुष वेलनेश सेन्टरों के निर्माण कार्य को 15 दिन में पूर्ण कर लिया जाय। धरम सिंह सैनी ने प्रदेश भर से आये ज़िला चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने ज़िले में विभाग की परि-सम्पत्तियों का ब्यौरा प्राप्त कर उनका संरक्षण सुनिश्चित करें तथा अवैध कब्जों को हटाने के लिए ज़िलाधिकारियों की सहायता से उचित कार्यवाही करें। उन्होंने आयुष मिशन के पैसे से बन रहे भवनों के निगरानी के भी निर्देश चिकित्साधिकारियों को दिए। साथ ही साथ उन्होंने अलीगढ़ एवं आजमगढ़ में निर्माणाधीन मेडिकल कालेजों की प्रगति रिपोर्ट भी देने को कहा।
समीक्षा बैठक में सचिव आयुष सुधीर दीक्षित, विशेष सचिव शारदा सिंह, विशेष सचिव मिशन निदेशक आयुष यतीन्द्र मोहन मौजूद रहे।