Breaking
16 Mar 2025, Sun

लखनऊ के कैफ़ी एकेडमी निशातगंज में नागरिकता संशोधन बिल-2019 और एनआरसी पर कल रविवार को एक मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रदेश भर से जनसंगठनों, मिल्ली तंजीमे व दानिशवरो के साथ-साथ समाजसेवी लोग तथा सामाजिक कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे।

मालूम हो कि 9 दिसंबर को लोकसभा में यह बिल पेश किया जाएगा और मौजूदा सरकार की पूरी कोशिश होगी कि इसे संसद से पास कराया जा सके। लेकिन यह बिल पूरी तरह से गैर-संवैधानिक बिल है, जो धर्म के नाम पर नागरिकता को परिभाषित करता है। इस बिल का विरोध होना चाहिए क्योंकि यह संविधान के खिलाफ है। अगर यह बिल पास होता है, तो नए देश मे गरीब भूमिहीन मुसलमान, मायग्रेंट लेबर की ज़िंदगी को त्रासदी मे बदल देगा। यह बिल पूरी तरह से हमारी आज़ादी की लड़ाई के मूल्यों के खिलाफ है। इन सभी मुद्दों पर इस मीटिंग में चर्चा की जाएगी तथा एक नए आंदोलन की नींव रखी जाएगी।

यह मीटिग विशेषकर अमीक जामेई, अब्दुल हफ़ीज़ गॉधी, प्रो पवन आंबेडकर, ख़ालिक़ चौधरी, ताहिरा हसन, एडवोकेट अश्मा इजज्त, ओवैस सुल्तान खॉ, यामीन खॉ और सुहेब अंसारी के बुलावे पर रखी जा रही है। वर्किंग कमेटी ने कहा है कि प्रदेश भर के वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, सेकिलर जमात के लोग इस भयानक त्रासदी के खिलाफ आर पार की लड़ाई मे खुलकर सामने आकर समर्थन करे।

By #AARECH