जालौन, यूपी
देश एक ओर जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (दो अक्टूबर) पर विशिष्ट आयोजन की तैयारी में लगा है, वहीं कुछ अराजक लोग माहौल खराब करने में लगे हैं। जालौन के श्री गांधी इंटर कॉलेज में कुछ अराजकतत्वों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को खंडित कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विद्यालय परिसर में धरना दिया। उन्होंने घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की साथ ही कहा कि दो अक्टूबर के पहले बापू की नई प्रतिमा को स्थापित कराया जाए। इसके साथ मामले का जल्द खुलासा कर, इसको अंजाम देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
Jalaun: A statue of Mahatma Gandhi, installed at Sri Gandhi Inter College, was found vandalised. Addl SP Awadhesh Singh says, "The statue has been reinstalled. FIR will be registered and action will be taken. Investigation will be done." (13.09.2019) pic.twitter.com/ApsnghF0CI
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 14, 2019
गांधी इंटर कॉलेज में स्थापित गांधी प्रतिमा को गुरुवार रात अराजकतत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। शुक्रवार सुबह यह देख हंगामा मच गया। वहां राजनीतिक दल के लोग पहुंच गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी गई। अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। प्रतिमा की तत्काल मरम्मत करा फूल माला चढ़ाई गई। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों ने प्रतिमा को सलामी दी। प्रधानाचार्य की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्रियंका गांधी ने इस घटना की बर्बर निंदा की है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी या फिर अन्य महापुरुषों की प्रतिमाओं को खंडित करने वाले लोग कायर से अधिक कुछ भी नहीं हो सकते हैं। उनके इस तरह के कृत्यों को क्षमा नही किया जा सकता है।
कुछ दिनों पहले उप्र में बाबासाहेब अम्बेडकर जी की मूर्ति को असामाजिक तत्वों ने तोड़ा। अब जालौन में महात्मा गांधीजी की मूर्ति को तोड़ा गया।
मूर्ति तोड़ने वाले कायरों, जीवन में यही तुम्हारी उपलब्धि है कि रात के अंधेरे में छिपकर तुम देश के महापुरुषों..
1/2https://t.co/MrEuvgW7TL— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 14, 2019
गांधी इंटर कॉलेज के मुख्य द्वार के छज्जे पर गांधी प्रतिमा स्थापित है। वर्ष 1970 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस प्रतिमा का अनावरण किया गया था। गुरुवार रात कुछ अराजक तत्वों ने कॉलेज की छत की पर चढ़कर प्रतिमा के ऊपरी हिस्से को तोड़ दिया। शुक्रवार सुबह चौकीदार अवधेश कुमार की नजर प्रतिमा पर पड़ी तो उसने प्रधानाचार्य रविशंकर अग्रवाल को सूचना दी। प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षक पहुंचे तो छत पर सिर पड़ा मिला। सोशल मीडिया पर जब घटना की खबर फैल गई तो प्रकरण ने संवेदनशील रूप ले लिया। जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर के नेतृत्व में कांग्रेस के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए और सरकार तथा प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे।
सपा के प्रांतीय नेता प्रदीप दीक्षित व कई और नेता भी वहां पहुंचकर धरने पर बैठ गए। एएसपी डॉ. अवधेश सिंह, प्रभारी निरीक्षक शिवगोपाल वर्मा ने खड़े होकर तत्काल प्रतिमा की मरम्मत कराई। एसपी डॉ. सतीश कुमार का कहना है प्रतिमा तोडऩे में जिसका भी हाथ है, उसे बेनकाब कर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
एसपी अवधेश सिंह ने कहा कि मूर्ति को फिर से स्थापित कर दिया गया है। उन्होंने कहा इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
धरना पर बैठे पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी ने कहा कि आज हमारे राष्ट्रपिता की विचारधारा को दबाने का काम किया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधन ने पहले भी स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया था कि विद्यालय परिसर में अराजक तत्वों का जमावड़ा रहता है जो कुछ भी कर सकते हैं। इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया गया। इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। अनुज मिश्र ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर कड़ी कार्रवाई की जाए। सपा के प्रांतीय नेता प्रदीप दीक्षित ने कहा कि समाज में असमानता की भावना जागृत करने का काम हो रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।