लखनऊ, यूपी
फिल्म जगत में अपने काम के दम पर यूपी के कई सितारों ने नाम बुलंद किया है। इनमें कुछ नाम ऐसे हैं जो इतिहास बन गए हैं। इनमें परचम बुलन्द करने वाले नौशाद, कमाल अमरोही, नसीरूद्दीन शाह… कई नाम शामिल हैं। खास बात ये है कि ये यूपी से ताल्लुक रखने वाले हैं। इन्हीं को देखते हुए सूबे में अब एक ऐसी पहल होने जा रही है जिसके बाद उत्तर प्रदेश का झंडा एक बार फिर से बालीवुड में बुलन्द हो सकेगा।
इसके लिए उ.प्र. फिल्म विकास परिषद एक ऐसी योजना पर विचार कर रहा है जिससे कि अल्पसंख्यकों को फिल्म निर्माण से जुडे क्षेत्रों से जोड़ा जा सके। इससे अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। एक पहल के तहत सूबे के अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों तथा युवाओं को मीडिया और फिल्म जगत के क्षेत्र में मौजूद अवसरों से रूबरू कराया जा सकता है।
सूबे के अखिलेश यादव के विजन के अनुरूप फिल्म निर्माण क्षेत्र के प्रोत्साहन के लिए सतत रूप से प्रयासरत फिल्म विकास परिषद के सदस्य विशाल कपूर ने ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली से मुलाकात की और इस मसले पर चर्चा करने के साथ ही उनकी राय भी मांगी है। विशाल कपूर ने मुलाकात में कहा कि जो परदे पर दिखता है केवल वह ही फिल्म नहीं है बल्कि फिल्म से जुड़े तमाम अन्य पहलू भी हैं जो उतने ही महत्वपूर्ण हैं। उनका कहना है कि आज के इस आधुनिक युग में नौजवान और बच्चे बड़े सपने देखने के साथ ही नए क्षेत्रो में भविष्य बनाना चाहते हैं। इसको देखते हुए यह सोचा गया कि अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों व नौजवानों को फिल्म निर्माण से जुड़ी क्षेत्रों की जानकारी उपलब्ध कराई जाए जिससे कि वे इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाकर नाम और रोजगार पा सकें।
इसके साथ ही डिजिटल मीडिया के जरिए प्रदेश की वर्तमान सरकार के विकास कार्यों और अल्पसंख्यकों के लिए आरंभ की गई योजनाओं को नौजवानों को दिखाया भी जाएगा। मुलाकात के दौरान मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने विशाल कपूर की बात से सहमति जताते हुए कहा कि यह सच है कि आज के दौर के युवा डाईवर्सिफिकेशन को पसंद करते हैं। वे डाईवर्सीफाईड फील्ड में अपना भविष्य तलाशने की कोशिश भी करते हैं। ऐसे में यह एक बेहतर प्रस्ताव हो सकता है।
विशाल कपूर ने उन्हें भरेासा दिलाया कि अल्पसंख्यकों की मान्यताओं और भावनाओं का सम्मान करते हुए ही इस दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। उनका कहना था कि इस पहल का एक मात्र उद्देश्य अल्ख्संख्यक वर्ग के बच्चों और युवाओं के कल्याण का है। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी अल्पसंख्यक समुदाय से निकले तमाम लोगों ने इस जगत में बड़ी शोहरत हासिल करने के साथ ही सूबे का गौरव बढ़ाया है। सरकार की मंशा उनके हुनर और क़ाबिलियत को तराशकर सफलता के नए मुकाम तक पहुँचाने की है।