सिद्धार्थनगर, यूपी
यूपी में साल 2017 के विधान सभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, चुनावी हलचल भी बढ़ रही है। बीएसपी ने समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। सिद्धार्थनगर में समाजवादी पार्टी नगर पालिका के अध्यक्ष ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीएसपी में शामिल हो गए हैं। पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदावार बनाया है।
इस बार के चुनाव में सपा की राहें मुश्किल होता जा रही है। पार्टी के नेता और सिद्धार्थनगर के मौजूदा नगर पालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी सपा से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही वो बीएसपी में शामिल हो गए हैं। शोहरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र गडाकुल में चल रहे बीएसपी के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने आये जोनल कॉर्डिनेटर लालजी वर्मा ने जमील सिद्दीकी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर चेयरमैन के साथ उनके भाई नौगढ ब्लाक प्रमुख शफीक अहमद, जिला पंचायत सदस्य गंगा मिश्रा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी बीएसपी में शामिल हुए।
मालूम हो कि अभी कुछ पहले ही पालिका अध्यक्ष जमील को स्थानीय नेताओं की शिकायत पर पार्टी हाईकमान ने पार्टी विरोधी गतिविधियों का इलज़ाम लगाकर सपा से निकाल दिया दिया था। इसके बाद फिर उन्हें पार्टी में वापस लिया गया। पालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी के इस कदम से सपा की खूब किरकिरी हुई है।
नगर पालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी ने अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से थी। कुछ दिन पार्टी में काम करने के बाद सपा में उन्हें पार्टी का ज़िला महासचिव बनाया। इसके बाद वो सिद्धार्थनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े और कामयाबी हासिल की। जमील सिद्दीकी ने अपने भाई शफीक अहमद को नौगढ़ ब्लाक प्रमुख के चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाया और जीत हासिल की।
बीएसपी में शामिल होने के एक दिन बाद जमील सिद्दीकी को शोहरतगढ विधान सभा से प्रभारी/प्रत्याशी घोषित किया गया। इस मौके पर बीएसपी कार्यकर्ताओं के साथ जमील सिद्दीकी के समर्थक बड़ी तादाद में मौजूद रहे। हालाकि इसी सीट पर अमर सिंह चौधरी को बीएसपी ने पहले प्रत्याशी बनाया गया था अब उन्हें हटा दिया गया है।