यूपी में राजनीतिक उठा-पटक शुरू हो गई है। योगी आदित्यनाथ की सरकार को करीब 3 साल भी पूरे हो गए हैं। 2022 की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। देश के सबसे बड़े राजनीतिक सूबे पर सबकी निगाहें रहती हैं।
2017 में भारतीय जनता पार्टी की चली लहर ने योगी आदित्यनाथ को सूबे का मुख्यमंत्री तो बना दिया लेकिन 3 साल के कार्यकाल में वो कोई ऐसा काम नहीं कर पाए जिसको गिनाकर वो अपनी आगे की राह को आसान कर लें। सिवाए नफरत और बांटने की राजनीति के अलावा।
प्रदेश में होडिंग्स की राजनीति शुरू हो गई है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने CAA-NRC का विरोध करने वालों का नाम बड़ी बड़ी होडिंग्स में चस्पा दिया है। चौक-चौराहों पर टंगी इन होडिंग्स पर योगी आदित्यनाथ सरकार की फजीहत भी काफी हुई लेकिन सरकार ने उसकी परवाह नहीं की।
इलाहाबाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने फटकार दिया। लोगों की निजता का सवाल उठा दिया लेकिन इस सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। जनता द्वारा चुनकर आयी सरकारें सबका ख्याल, मान-सम्मान रखती है। किसी से किसी तरह का भेदभाव नहीं रखती हैं लेकिन शायद यह प्रदेश की पहली सरकार है जो अपने लोगों में भेद करती है।
विपक्षी दलों और नेताओं पर भेदभावपूर्ण कार्यवाही करती है। यह शायद उत्तरप्रदेश में पहली बार हो रहा होगा। नेम और शेम के नाम पर लगी इन होडिंग्स के बराबर में समाजवादी पार्टी के नेता व प्रवक्ता आईपी सिंह ने दूसरी होडिंग्स लगा दी है।
राजधानी लखनऊ में आईपी सिंह ने उन भाजपा नेताओं की तस्वीरें लगा दी है जो बलात्कारी है। भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप स़िह सेंगर और पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद की फोटो चौराहे पर लगा दी है। उसमें लिखा है कि, ये हैं प्रदेश की बेटियों के आरोपी, इनसे रहें सावधान।
बेटियाँ रहें सावधान, सुरक्षित रहे हिंदुस्तान।
इसके अलावा आईपी सिंह ने ट्विट करते हुए लिखा कि, जब प्रदर्शनकारियों की कोई निजता नहीं है और उच्चन्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी योगी सरकार होर्डिंग नहीं हटा रही है तो ये लीजिए फिर। लोहिया चौराहे पर मैंने भी कुछ कोर्ट द्वारा नामित अपराधियों का पोस्टर जनहित में जारी कर दिया है, इनसे बेटियाँ सावधान रहें।
https://twitter.com/IPSinghSp/status/1238175879412322304
दूसरे ट्वीट में लिखा कि, मेरे पोस्टर का विरोध वही करेगा जो महिला विरोधी और बलात्कारियों का समर्थन कर रहा है। सरकार उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय का अपमान कर संविधान विरोधी कार्य करेगी तो फिर उसके पहले भाजपा को अपने गिरेबान में भी झांक कर देख लेना चाहिए। भाजपा महिला विरोधी है।
https://twitter.com/IPSinghSp/status/1238181629836722176
आपको बता दें कि, अब धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश में राजनीति का पारा चढ़ने लगेगा। योगी आदित्यनाथ के सामने युवा सोच रखने वाले अखिलेश यादव हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए सैकडों ऐसे काम किए है जो आदित्यनाथ के लिए बड़ी चुनौती बनेंगे।