पार्टी या नेताओं का नहीं ये प्रदेश की आम जनता का महागठबंधन है: ललई यादव
जौनपुर, यूपी
देश में हो रहे लोकसभा चुनाव- 2019 बहुत अहम हैं। ये चुनाव इसलिए अहम है कि एक तरफ संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने वाले लोग हैं तो दूसरी तरफ बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के बनाए गए संविधान के मानने वाले लोग हैं। देश की जनता पांच साल में सबकुछ समझ चुकी है। ये महागठबंधन किसी नेता या पार्टी का गठबंधन नहीं बल्कि ये आम जनता का महागठबंधन हैं। ये बातें सपा ने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई ने पीएनएस से खास बातचीत में कहीं।
जौनपुर संसदीय सीट पर छटें दौर में मतदान होना है। आज चुनाव प्रचार के अंतिम दिन है। पिछले एक महीने से चुनाव प्रचार में व्यस्त सपा के स्टार प्रचारक, पूर्व मंत्री और शाहगंज से सपा विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने पीएनएस के लिए सुबह में थोड़ा वक्त पीएनएस के लिए निकाला। इस दौरान पीएनएस संवाददाता मोहम्मद शारिक खान से पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई हर मुद्दे पर खुलकर बात बातचीत की। इस दौरान देश-प्रदेश के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही जौनपुर में महागठबंधन उम्मीदवार की जीत को लेकर ललई यादव ने अपनी रणनीति का खुलासा किया। पीएनएस से बातचीत में ललई यादव ने जहां मौजूदा प्रदेश सरकार को जमकर घेरा तो उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के पांच साल में काम की जगह सिर्फ जुमलेबाज़ी की बात कही।
पीएनएस का सवाल- आखिर गठबंधन की जीत हासिल कैसे होगी जबकि उसके सामने बीजेपी का दावा है कि वह इस बार 74 प्लस सीट यूपी में जीत रही है।
शैलेंद्र यादव ललई- ये सच है कि 2014 में पिछड़े और दलित वर्ग के कुछ लोग बीजेपी के साथ चले गए थे। दरअसल बीजेपी ने झूठ और जुमले बाज़ी करके लोगों को खूब बरगलाया। हर खाते में 15 लाख रूपये, रोजगार, किसानों का कर्जमाफी लेकर विदेशों में पड़े काले धन लाने का वादा। लेकिन पांच साल में सरकार ने कोई काम नहीं किया उलटे देश में 2 करोड़ से ज़्यादा लोग बेरोजगार हो गए। किसानों की फसल छुट्टा जानवर चर रहे हैं। देश में कोई काला धन वापस नहीं आया बल्कि देश का पैसा मोदी के करीबी लोग लेकर विदेश भाग गए।
पीएनएस का सवाल- यूपी में गठबंधन का प्रदर्शन कैसा रहेगा
शैलेंद्र यादव ललई- देखिए सपा-बीएसपी-आरएलडी का महागठबंधन किसी पार्टी या नेता का गठबंधन नहीं बल्कि आम जनता के द्वारा किया गया गठबंधन है। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ कि दलित पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग के लोग एक साथ खुद खड़े हो गए। तीनों पार्टियों के कार्यकर्ता ज़मीन पर एक हो गए। हमें सिर्फ अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारना था और उन्हें जनता के बीच ले जाना था। जनता खुद चुनाव लड़ रही है। यूपी में इस बार इतिहास रचा जाएगा।
पीएनएस का सवाल- कितनी सीटें जीत रहा है महागठबंधन
शैलेंद्र यादव ललई- हमने कांग्रेस के लिए दो सीटे अमेठी और रायवरेली छोड़ी हैं। वो कांग्रेस जीतेगी। इसके साथ ही बीजेपी इस बार के चुनाव में इकाई संख्या में नज़र आएगी। मैं साफतौर कह रहा हूं कि बीजेपी इकाई संख्या में रहेगी। अब ये इकाई संख्या आप खुद समझ लीजिए कि वो एक हो सकती है या नौ.. इसी के बीच सिमट जाएगी बीजेपी।
पीएनएस का सवाल- आप बीजेपी सरकार पर आरक्षण को खत्म करने का साजिश का आरोप लगाते रहे हैं।
शैलेंद्र यादव ललई- बाबा साहेब ने संविधान के रचना करते वक्त दलित, पिछड़ों को आरक्षण दिया था। आरक्षण हमारा हक है जो सालों साल से हमसे छीना जाता जा रहा है। मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि कैसे आरक्षण को खत्म किया जाए। दरअसल इससे पीछे आरएसएस है। आरएसएस अपना संविधान लागू करना चाहती है। आरएसएस इस संविधान के ज़रिए पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों से उनका हक छीनना चाहती है। हम लोग इसे कभी होने नहीं देंगे। आरक्षण के नियमों में जो बदलाव किए गए हैं उसे चुनाव बाद नई सरकार खत्म करेगी और आरक्षण को ठीक उसी तरह बहाल करेगी।
पीएनएस का सवाल- क्या महागठबंधन चुनाव के बाद नई सरकार में शामिल होगा
शैलेंद्र यादव ललई- देखिए इसका फैसला तो हमारे नेतृत्व को करना है लेकिन इतना तो तय है कि नई सरकार… संवैधानिक संस्थाओं जो हमला मोदी सरकार ने किया है और उसे खत्म करने की साजिश की रची है उसे रोकेगी और इन संवैधानिक संस्थाओं को पूरा मान-सम्मान वापस मिलेगा। ताकि ये संस्थाएं निष्पक्ष होकर काम करें। अगर इस संस्थाओं पर कमज़ोर किया जाएगा तो देश कमज़ोर हो जाएगा। हमारी पार्टी का साफ मानना है कि संवैधानिक संस्थाओं को पूरी आज़ादी से काम करना चाहिए।
पीएनएन का सवाल- आखिरी सवाल आपसे ये है कि क्या महागठबंधन जौनपुर में जीत दर्ज करेगा जबकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि महागठबंधन के कुछ नेता नाराज़ हैं और वो प्रचार नहीं कर रहे हैं।
शैलेंद्र यादव ललई- देखिए मैने पहले भी कहा है कि ये चुनाव आम जनता लड़ रही है। मोदी सरकार की गलत नीति औक जीएसटी से परेशान व्यवसायी, बेरोजगार, किसान और युवा लड़ रहा है। वो खुद मोदी सरकार के खिलाफ चुनाव प्रचार कर रहा है। ऐसे में महागठबंधन की जीत तो पहले से तय है। हम लोगों की कोशिश ये है कि जीत का आकड़ा बड़ा होना चाहिए ताकि झूठ और जुमलेबाज़ों को सबक मिल सके। पार्टी में कोई नेता या कर्यकर्ता नाराज़ नहीं है। सब मिलकर प्रचार में दिन-रात लगे हुए हैं।
पीएनएस से बातचीत करने के लिए शुक्रिया
शैलेंद्र यादव ललई- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद