अमन गुप्ता
लखनऊ, यूपी
चुनावी बादल धीरे धीरे गहराने लगे हैं। ऐसे में अब राजनीतिक दलों के तीखे बयानों की बिजली एक दूसरे पर कड़कना आम बात है। नेताओं का दावा तो बहुत है पर उनकी भाषा यह बताने में सक्षम नहीं है कि चुनाव में किसका बोलबाला हो सकता है और किसके सर होगा 2022 का ताज। हाल फिलहाल की राजनीतिक गतिविधियों को देखे तो बसपा ने एक तरफ ब्राह्मण सम्मेलन का आगाज किया तो सपा ने साईकल रैली निकाली। वहीं कांग्रेस ने बुकलेट के जरिये विपक्ष पर निशाना साधा। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार किसकी सरकार बनेगी। इसी विषय पर पार्टियों के प्रवक्ताओं से खास बातचीत…
नरेंद्र सिंह राणा, नेता, बीजेपी
बीजेपी नेता नरेंद्र सिंह राणा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि-” उत्तर प्रदेश जो दलालों, दंगों और दबंगों का प्रदेश था, उससे मुक्ति दिलाने का कार्य योगी सरकार ने किया है। एक भी माफिया उत्तर प्रदेश के अंदर जो इन सरकारों में यहां खुलेआम गुंडई करते थे, यहां अस्पतालों में लेटे रहते थे, उनकी संपत्तियां, उनके लिए कहते हैं कि बुलडोज़र आ गया।” उन्होंने यह भी कहा कि – सपा + कांग्रेस और सपा + बसपा का गठबंधन जब हुआ, तब भी क्या उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को कमजोर कर पाए। आज तो सब अलग अलग हैं, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि- “सरकार तो हमारी ही बनेगी।”
जूही सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजवादी महिला सभा
समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता और महिला सभा की अध्यक्ष जूही सिंह ने कहा कि- 2022 में साईकल आ रही है। साथ ही उन्होंने ने सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि बीजेपी ने विकास के नाम पर कुछ भी नही किया। भारतीय जनता पार्टी में 2017 में 60% नेता दूसरी पार्टियों से आये थे, लेकिन अभी बहुत लोग इनको छोड़ कर जा चुके हैं। अब लड़ाई टक्कर की होगी। अब समय बदल गया है, जातियां भी ज़रूरी है लेकिन अभी बहुत सारे न्यूट्रल वोटर्स भी हैं जो बिना किसी भेद भाव के वोट्स देते हैं। लोग बीजेपी सरकार की बदइंतज़ामी और दुर्व्यवस्था को देख रहे है….और यह लोकतंत्र है, इस वजह से 2022 में सरकार अवश्य पलटेगी।
फैज़ान खान, प्रवक्ता, बीएसपी
बीएसपी प्रवक्ता फैज़ान खान ने कहा- “भारतीय जनता पार्टी के कथनी और करनी में बेहद अंतर है। इनका मानना है यूपी में विकास विकास विकास पर हमको सिर्फ नजर आता है सर्वनाश सर्वनाश सर्वनाश….”। बीजेपी की तरफ से कोई भी कार्य नहीं किये जा रहे हैं, सिर्फ हवा हवाई बातें हैं। अगर कोई कार्य किये गए होते तो कोरोना में इतने लोग नहीं मरते, न नदी में फेंके जाते और ना ही फिरोजाबाद में डेंगू से इतने बच्चों की मौत होती..इन्होंने सिर्फ छल के द्वारा यूपी के लोगों के वोट्स लिए हैं। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश को बेचने का काम किया है। सारी सरकारी संस्थायें प्राइवेटाइजेशन की तरफ बढ़ रही है। इसका बदला जनता लेगी और 2022 में मायावती जी के नेतृत्व में बसपा की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी।
सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस
सुरेंद्र राजपूत ने सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि- “लश्कर भी तुम्हारा है, सरदार भी तुम्हारा है,
तुम झूठ को सच लिख दो। अखबार तुम्हारा है…
इस दौर के फरियादी जाएं तो कहां जाए…
सरकार तुम्हारी है, दरबार तुम्हारी है…”
दलाल, दंगा और दबंग यह तीनों अब बीजेपी में इकट्ठे हो गए हैं।”
बीजेपी लोगों की संवेदनाओं से खेलने का काम कर रही है, 274 अखबारों में फ्रंट पेज का प्रचार दे रही है, नैरेटिव गढ़ रही है, …इनके पास और कोई काम नहीं है। जनता सत्ता से नाराज है, और जनता इसबार सत्ता पलटेगी।
शरत प्रधान, वरिष्ठ पत्रकार
इन सारी पार्टियों के प्रवक्ताओं को सुनने के बाद वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान कहते हैं कि- मेरा मानना है कि विपक्ष पूरी तरह से विभाजित है, जिसका फायदा बीजेपी को हो सकता है। बीजेपी हमेशा से उन फैक्टर्स को उभारती है जो उनको सूट करती हैं। बीजेपी की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी है। कांग्रेस को आम जनता एग्जिस्टेंस ही नहीं मानती।
अगर हम बसपा की बात करें तो लोगों के अंदर यह आम भावना हो गई है कि-” मायावती को अपनी मार्केट वैल्यू बनाये रखने के लिए अपने खेमे से निकलना पड़ा है और 2007 वाला सोशल इंजीनियरिंग थ्योरी को दुबारा लाना है, यह वही मान सकता है जो बिल्कुल बेवकूफ हो। “बसपा के लिए इलेक्शन… फण्ड रेजिंग टाइम होता है। “। उनका यह मानना है कि-” मार्केट में अगर वैल्यू रहेगी तो टिकट के ठीक दाम मिलेंगे।
प्रोफेसर रविकांत, चुनावी विश्लेषक, लखनऊ
प्रोफेसर रविकांत कहते हैं- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी बड़ी मुश्किल में है। 2016 में नोटबंदी के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी। 2018 में GST के आने के बाद व्यापारी वर्ग तबाह हो गया और 2019 आते आते देश की अर्थव्यवस्था ढलान पर चली गयी। फिर कोरोना आया और जहां आम लोग बेरोजगारी की तरफ बढ़ते गये वहीं अम्बानी और अडानी की संपत्ति बढ़ती ही जा रही है। दवाई की कंपनियों की आमदनी 5 गुनी हो गयी है… क्या यह हमारे योगी जी को नहीं दिखता है। इन स्थितियों की वजह से अब उत्तर प्रदेश की जनता बुनियादी रूप से बदलाव की तरफ देख रही है। सबसे बड़ा मुद्दा है -” महंगाई और बेरोजगारी”
अन्त में…
भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि वो एक बार फिर अपना परचम लहराने को तैयार है, लेकिन प्रदेश की राजनीति में मजबूत जनाधार वाली सपा, बसपा और कांग्रेस भी अपने दबदबे को कायम अवश्य रखना चाहेंगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 2022 में… अबकी बार किसकी सरकार।