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26 Feb 2025, Wed

खेतासराय में मोहर्रम का जुलूस निकला, कस्बे में शांति

डीएम, एसपी की सूझबूझ और उलेमा कौंसिल के प्रयास से मामला सुलझा

जौनपुर, यूपी

ज़िले के डीएम और एसपी की मौजूदगी में खेतासराय कस्बे में शाम को मुहर्रम का 10वीं का जुलूस शांतिपर्ण तरीके से निकला। इस मौके पर उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना शहाब अख्तर, युवा नेता तलहा रशादी, व्यापारी संगठनों से जुड़े लोगों समेत क्षेत्र के सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात थी। इससे पहले ज़िले के डीएम और एसपी की मौजूदगी में पीस कमेटी की बैठक हुई। इसमें सभी लोग इस बात पर सहमत हुए कि मोहर्रम का जुलूस पूराने रास्ते से निकले।

ज़िले के डीएम भानूचंद्र गोस्वामी, उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना शहाब अख्तर, युवा नेता तलहा रशादी मौके पर मौजूद रहे
ज़िले के डीएम भानूचंद्र गोस्वामी, उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना शहाब अख्तर, युवा नेता तलहा रशादी मौके पर मौजूद रहे

मालूम हो कि कल सीओ और एसडीएम ने 9वीं का जुलूस निकालने नहीं दिया था। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था। मोहर्रम कमेटी ने एलान कर दिया था कि 10वीं का जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने ज़िले के अधिकारियों को पूरी बात की जानकारी दी। आज सुबाह से ही इलाके में गहमागहमी बढ़ गई। उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना शहाब अख्तर, युवा नेता तलहा रशादी भी मौके पर पहुंच गए। इन नेताओं ने लोगों को समझाया और अधिकारियों से बात की। पीएनएस से बात करते हुए तलहा रशादी ने बताया कि इस मामले में राज्य के एडीजी (ला एंड आर्डर) से भी बात हुई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिशानिर्देश के अलावा अतिरिक्त पुलिस बाल मुहैया कराने का अश्वासन दिया। तलहा रशादी ने बताया कि स्थानीय लोग शांति प्रिय हैं, लेकिन कुछ लोग इसमें खलल पैदा करना चाहते हैं। उसके बाद इन नेताओं ने ज़िले के डीएम और एसपी के साथ मिलकर पीस कमेटी की बैठक की। इस बैठक में फैसला हुआ कि शांतिपूर्ण तरीके से मोहर्रम का जुलूस निकाला जाए।

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पीस कमेटी के फैसले के बाद मोहर्रम कमेटी ने जुलूस निकाला। ये जुलूस अपने रास्ते मछरहट्टा से होकर गोला बाज़ार, पुरानी बाज़ार, मेनरोड होते हुए अपने आखिरी स्थान तक पहुंचा। जुलूस निकलने के साथ ही स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। लोगों ने ज़िले के डीएम और एसपी की सूझबूझ की तारीफ की।

अब सवाल ये है कि जब बड़े अधिकारियों ने लोगों को समझा बुझा कर जुलूस निकालने पर राज़ी कर लिया तो यहीं काम सीओ मायाराम वर्मा और एसडीएम राकेश गुप्ता क्यों नहीं कर पाए। कस्बे में पिछले एक हफ्ते से तनाव था। सीओ और एसडीएम लगातार कस्बे में कैम्प कर रहे थे और पूरे हालात से वाकिफ थे। इससे पहले भी कई बार पीस कमेटी की बैठक हुई थी लेकिन हर बार पीस कमेटी के फैसले को लागू नहीं किया गया जिससे माहौल तनावपूर्ण होता गया। हालात ने न समझने पर खेतासराय थानाध्यक्ष को तो लाइन हाज़िर कर दिया गया पर दूसरे अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

खेतासराय एक ऐतिहासिक कस्बा है। यहां हमेशा सांप्रदायिक सदभाव रहा है। खेतासराय कस्बे में मोहर्रम का जुलूस काफी ऐतिहासिक है। ये जुलूस करीब 140 साल से निकल रहा है। यहां की मोहर्रम में बाहर के लोग भी शामिल होते हैं। पहली बार हुआ है कि जब मोहर्रम का जुलूस प्रशासन द्वारा रोका गया है।

One thought on “खेतासराय में मोहर्रम का जुलूस निकला, कस्बे में शांति”
  1. Aslmalkm
    Admin sab log koshish kiye mahaul ko shaant Karne ki lekin Wahi jaunpur me maujood hone k bawajood mla nadeem Javed Sahab nai gaye afsos ki Baat h sirf vote na Kate Isliye aur musalman to majboor h hi vote dene ko.

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