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22 Nov 2024, Fri

शाहजहांपुर, यूपी

चिन्मयानन्द रेप केस में एसआईटी के हांथ इस केस से जुड़े मजबूत सुराग लगने की सूचना आ रही है। एसआईटी ने स्वामी चिन्मयानन्द से रंगदारीमांगने के मामले में जेल में बंद विक्रम के रिश्तेदार बीजेपी नेता के घर छापा मारा। सूत्रों की माने तो एसआईटी वहां उस चश्मे की तलाश में गई थी जिससे चिन्मयानंद के वीडियो बनाए गए थे। पड़ताल में एसआईटी के हांथ महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं।

बता दें कि शाहजहांपुर के लॉ कॉलेज की एक छात्रा ने पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर एक साल तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। जबकि चिन्मयानंद के वकील ने छात्रा व उसके तीन दोस्तों पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया। दोनों मामलों में केस दर्ज हैं। एसआईटी ने चिन्मयानंद के आलावा  छात्रा और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सभी शाहजहांपुर जेल में बंद हैं। मामले में कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। जिसमे चिन्मयानंद का छात्रा से मसाज कराते हुए और छात्रा का दोस्तों संग चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के वीडियो थे। इसमें माना जा रहा था कि वीडियो चश्मे में लगे हिडेन कैमरे से बनाया गया था।

वायरल वीडियो की आवाज की पुष्टि के लिए हुआ था टेस्ट 
लखनऊ के विधि विज्ञान प्रयोगशाला में पांचों आरोपियों के आवाज के नमूने लिए गए थे । वॉइस सैंपल को वायरल हुए वीडियो की आवाज से मिलान कराया गया था । वीडियो की सच्चाई सामने लाने के लिए ये टेस्ट कराए  गए थे । इसके लिए सीजेएम कोर्ट ने एसआईटी को अनुमति दी थी।

एसआईटी को चश्मा कैमरा व पेनड्राइव मिली 
चिन्मयानन्द प्रकरण में एसआईटी के हाथ कुछ और सबूत लगे हैं। रविवार को एसआईटी ने जेल में जाकर छात्रा और उसके तीनों दोस्त संजय, सचिन और विक्रम से पूछताछ की थी। आरोपी विक्रम के नजदीकी रिश्तेदार बीजेपी नेता के घर भी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कई अहम सबूत एसआईटी के हाथ लगने की सूचना मिल रही हैं । सूत्रों की माने तो एसआईटी को वह चश्मा और कैमरा भी मिल गया है, जिससे चिन्मयानंद का अश्लील वीडियो बनाया गया था।

रविवार को इस सिलसिले में कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई। इसके आलावा रंगदारी के आरोपी विक्रम के रिश्तेदार बीजेपी नेता के लैपटॉप में चिन्मयानंद का बनाया गया अश्लील वीडियो और कुछ अन्य अश्लील वीडियो भी मिलने की सूचनाएं हैं । इससे भाजपा नेता पर कार्रवाई हो सकती है। हांलाकि इस बारे में एसआईटी ने आधिकारिक पुष्टि नही की है।

By #AARECH