लखनऊ, यूपी
बाबरी मस्जिद के मलिकाना हक को लेकर केस अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। वहीं शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। 20 मिनट की मुलाकात के बाद वसीम रिज़वी ने ने बताया कि ”मैंने राम मंदिर बनाने को लेकर मुलाकात की है। जिस स्थान पर मंदिर है, वहां मंदिर ही बनेगा। मस्जिद किसी मंदिर को गिराकर नहीं बनाई जा सकती, इसलिए उसे अयोध्या से बाहर या दूर किसी मुस्लिम क्षेत्र में बनाने पर हमने बात की है। इसके लिए मैं पक्षकारों से बात कर रहा हूं।” सभी ने करीब-करीब मंदिर पर सहमति दे दी है
वसीम रिज़वी ने कहा कि इस मामले का बातचीत के ज़रिए शांतिपूर्ण निपटारे का प्रस्ताव 6 दिसंबर तक तैयार कर उसे सुप्रीम कोर्ट में जमा कर देंगे। अयोध्या में विवादित जमीन से कुछ दूरी पर मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद बनाई जा सकती है। मालूम हो कि 6 दिसंबर 1992 को ही बाबरी ढहाने की घटना हुई थी। इस वजह से यूपी शिया वक्फ बोर्ड ने शांतिपूर्ण निपटारे का प्रस्ताव 6 दिसंबर तक देने का फैसला किया है।
दरअसल चम्चागीरी और सिफारिश से सरकारी पद पर बैठे लोग लगातार विवादित बयानबाज़ी से बाज़ नहीं आ रहे हैं। यही मामला शिया वक्फ बोर्ड का हैं जिसके चैयरमैन सैयद वसीम रिज़वी इस विवाद में लगातार कूद कर आरएसएस से अपने करीबी होने का नंबर बढ़ाने में लगे हैं। मालूम हो कि वसीम रिज़वी पूर्व सपाई कैबिनेट मंत्री आज़म ख़ान खासे करीबी रहे हैं।