भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं पर रेप जैसे जघन्य आरोप लगे हुए हैं। चिन्मयानंद उन्हीं नेताओं में से एक है। चिन्मयानंद पर उन्हीं के कॉलेज से लॉ की पढाई कर रही छात्रा ने बलात्कार का आरोप लगाया है। जिस आरोप में चिन्मयानंद को गिरफ्तार किया गया था। इलाहबाद हाई कोर्ट से चिन्मयानंद को जमानत पर रिहा किया गया है।
चिन्मयानद की रिहाई पर एक हैरान करने वाली बात सामने आयी है। चिन्मयानंद को NCC के कैडेट्स ने सलामी दी। सलामी के बाद प्रसाद वितरण हुआ मतलब लोगों को खाना खिलाया गया। नेताजी के समर्थक उनकी रिहाई का जश्न मना रहे थे।
स्वामी चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने कहा, ‘चिन्मयानंद को पूरी तरह साजिश में फंसाया गया है। बुधवार को जेल से रिहाई के बाद चिन्मयानंद के समर्थकों का जेल गेट पर उमड़ा सैलाब बताता है कि वह पूरी तरह निर्दोष हैं। वकील साहब समर्थकों की भीड़ से चिन्मयानंद को निर्दोष साबित कर रहे थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की चिन्मयानंद के कॉलेज में ही पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने उन पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। इसके बाद मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) ने की और स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
हालांकि, चिन्मयानंद की ओर से दर्ज कराए गए रंगदारी के मामले में कानून की छात्रा एवं उसके तीन दोस्तों को भी एसआईटी ने जेल भेज दिया था। चिन्मयानंद ने उन पर पैसे मांगने का आरोप लगाया था। चिन्मयानंद का आरोप था की छात्रा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर उनसे पैसे मांगे।
बहरहाल, चिन्मयानंद समेत पांच आरोपियों की जमानत उच्च न्यायालय इलाहाबाद से हो गई है और उन्हें रिहा भी कर दिया गया है । शाहजहांपुर के जनप्रतिनिधि न्यायालय में स्वामी चिन्मयानंद मामले की हो रही सुनवाई अब लखनऊ न्यायालय में होगी।