इम्फाल, मणिपुर
मुल्क के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की राजधानी इम्फाल के एक गांव में कुछ लोगों ने एक मदरसे के हेडमास्टर का हत्या कर दी। हेडमास्टर पर गांव में गाय चुराने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में मर्डर का आरोप पड़ोस के गांव के ही लोगों पर है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही हैं, लेकिन उसने गाय चोरी की घटना की पुष्टि नहीं की है। मालूम हो कि इससे पहले भी तीन लोगों की गाय के नाम पर हत्या की जा चुकी है।
मारे गए हेडमास्टर का नाम मोहम्मद हसमद अली उर्फ बाबू है। हसमद की उम्र 55 साल की थी। हसमद अली कीरो मतिंग गांव के एक प्राइमरी मदरसे में हेडमास्टर थे। इस क्षेत्र में ज़्यादातर मणिपुरी मुसलमान रहते हैं। हसमद अली के परिवार वालों का कहना हैं कि वह रविवार को रात आठ बजे खाना खाने के बाद घर के बाहर पान खाने के लिए निकले थे। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। बाद में उनकी लाश घर से 5 किमी दूर मिली, जिस पर खरोंच के निशान थे।
हसमद अली के गांव वालों ने इलज़ाम लगाया है कि हसमद की हत्या पड़ोस के गांव वालों ने की है। गांव वालों का कहना है कि अली पर गायें चुराने का इलज़ाम लगाया गया था। स्थानीय पुलिस ने अभी इन आरोपों के बारे में कुछ भी कहने से मना किया है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव हैं और पुलिस सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम किए हैं। पुलिस का कहना है कि कुछ शांति भंग करने की कोशिश में हैं।
हसमद अली यहां की लोकल कम्यूनिटी पांगल से आते थे। पांगल कम्युनिटी यहां कई दशकों से रह रही है। इस कम्युनिटी के गांवों के आसपास ही मेतीज और कुकी आदिवासियों के भी गांव हैं। खबरों में ये भी कहा गया है कि हसमद की मौत से गुस्साई भीड़ ने इरीबुंग पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया। ये लोग हसमद अली के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस घटना के खिलाफ गांव के प्रधान ज़ुबैर ने एक मीटिंग की और उसमें हसमद के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई।
मालूम हो कि इससे पहले भी गाय के नाम पर तीन लोगों की हत्या की जा टुकी है। इसमें दादरी के एखलाक, मुज़फ्फरनगर के नोमान की शिमला में और ज़ाहिद की ऊधमपुर में हत्या की गई थी।