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17 Mar 2025, Mon

सऊदी अरब की अमेरिका को बड़ी धमकी !

रियाद, सऊदी अरब

सऊदी अरब के मित्र देश अमेरिका की संसद में एक बिल को लेकर विवाद हो गया है। इस बिल पर सऊदी अरब ने कड़ा रुख अपनाया है। सऊदी अरब ने बराक ओबामा और अमेरिकी सांसदों को साफ़ कर दिया है कि अगर कांग्रेस ने वो बिल पास कर दिया जिसमें अदालतों को 9/11 हमले के लिए सऊदी अरब को दोषी ठहराने की अनुमति मिल जाएगी तो वो अपने सारे अमेरिकी असेट्स बेच देगा।

सऊदी अरब की इस बड़ी धमकी का अमेरिका पर गहरा असर देखने को मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बिल को रोकने के लिए संसद में लॉबिंग शुरू कर दी है। मालूम हो कि बराक ओबामा जल्द ही सऊदी अरब का दौरा करने वाले हैं।

सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर ने जब पिछले महीने अमेरिका की यात्रा की थी। विद्श मंत्री ने उसी वक्त सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ का मैसेज अमेरिकी राष्ट्रपति तक पहुंचा दिया था।

दरअसल सऊदी अरब ने अमेरिका में 750 अरब डॉलर की ट्रेजरी सिक्युरिटी और दूसरे एसेट्स खरीद रखे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब का कहना है कि अमेरिकी कांग्रेस 9/11 बिल को पास कराना चाहती है। सऊदी अरब को डर है कि बिल पारित होने के बाद उसके द्वारा अमेरिका में खरीदी गई संपत्ति अमेरिकी कोर्ट द्वारा जब्त की जा सकती है।

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कांग्रेस से यह अपील भी की है कि इस बिल को पास न किया जाए। इसकी वजह से ओबामा को एक लॉबी के गुस्से का सामना करना पड़ा है। यह बिल देश के कुछ लॉ मेकर्स मिलकर लाएं हैं। इसका समर्थन वे लोग कर रहे हैं जिनके परिजनों ने सितंबर 2011 के आतंकी हमले में जान गंवाई थी। इन लोगों में ओबामा प्रशासन के रुख को लेकर नाराज़गी है।

दूसरी तरफ सऊदी अरब हमेशा यह कहता रहा है कि सितंबर 2011 के हमले में उसका कोई हाथ नहीं है। हमला करने वालों में ज्यादातर अरब देश के रहने वाले लोग शामिल थे।